रंजन गोगोई का जन्म 1954 में हुआ। वह भारत के पूर्व भारत मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं। रजंन गोगोई ने 3 अक्टूबर 2018 को भारत के 46वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लिया था। उनके पिता केशब चंद्र गोगोई असम के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। भारत के मुख्य न्यायाधीश बनने वाले पूर्वोत्तर भारत के पहले व्यक्ति और पहले असमी हैं। राम मंदिर पर फैसला सुनाया। Read More
भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस रंजन गोगोई को राज्यसभा में भेजे जाने के मोदी सरकार के फैसले पर हंगामा हो रहा है। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने नेताओं ने मोदी सरकार और जस्टिस गोगोई पर हमला बोला है। जस्टिस गोगोई ने अक्टूबर 2018 में देश के 46वें ...
बता दें कि केरल में फरवरी, 2011 में एक ट्रेन में हुए सनसनीखेज सौम्या बलात्कार और हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से असहमति जताते हुए पूर्व जस्टिस मार्कण्डेय काटजू ने तब सोशल मीडिया पर तल्ख टिप्पणियां की थीं। इसे लेकर जस्टिस गोगोई की अध्यक्ष ...
13 महीने के अपने कार्यकाल में जस्टिस गोगोई ने राजनीतिक रूप से संवेदनशील मुद्दों पर कुछ महत्वपूर्ण फैसले दिए और अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज करा लिया। इनमें अयोध्या का 'राम जन्म भूमि बाबरी मस्जिद विवाद' प्रमुख है। जस्टिस गोगोई 17 नवंबर को रिटायर ...
रंजन गोगोई को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रंजन गोगोई को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया। इस संबंध में एक अधिसूचना गृह मंत्रालय द्वारा जारी की गई। यह सीट केटीएस तुलसी का राज्यसभा का कार्यकाल पूरा होने से खाली हुई थी। ...
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई को राज्यसभा के मनोनीत किए जाने को लेकर सोशल मीडिया पर खूब चर्चा चल रही है। विपक्ष के साथ-साथ यूजर्स ने भी खूब मजे लिए हैं। ...
कांग्रेस ने रंजन गोगोई को राज्यसभा के लिए मनोनीत किए जाने को लेकर सोमवार कटाक्ष किया और कहा कि तस्वीरें सबकुछ बयां करती हैं। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्विटर पर दो खबरें शेयर करते हुए यह टिप्पणी की थी। ...
पूर्व सीजेआई गोगोई ने उस पांच न्यायाधीशों की पीठ का नेतृत्व किया जिसने गत वर्ष नौ नवम्बर को संवेदनशील अयोध्या मामले पर फैसला सुनाया था। वह उसी महीने बाद में सेवानिवृत्त हो गए थे। ...