15 अगस्त 1947, वह दिन था जब भारत को ब्रिटिश राज से आज़ादी मिली और इस प्रकार एक नए युग की शुरुआत हुई जब भारत के मुक्त राष्ट्र के रूप में उठा। स्वतंत्रता दिवस के दिन दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र, भारत के जन्म का आयोजन किया जाता है और भारतीय इतिहास में इस दिन का अत्यंत महत्व है। यह दिन हमारी आज़ादी का जश्न मनाने और उस सभी शहीदों को श्रद्धांजलि देने का अवसर होता है जिन्होंने इस महान कारण के लिए अपने जीवन का बलिदान कर दिया। Read More
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से मोदी ने कहा कि रसायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के अधिक उपयोग से धरती नष्ट हो रही है। मोदी ने कहा, ‘‘क्या हमने धरती मां की सेहत के बारे में कभी सोचा है? जिस तरीके से हम रसायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का उ ...
73वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने देशवासियों को बधाई दी। रायबरेली से सांसद सोनिया गांधी ने कहा कि देश के लोगों को एकजुट होना होगा। सभी लोगों को अन्याय, असहिष्णुता के खिलाफ खड़ा होना होगा। ...
सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर स्वतंत्रता दिवस और रक्षा बंधन पर देशवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि 73वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएँ। देश में अमन-चैन कायम रखने और लोगों के जीवन में खुशहाली लाने का हम सब संकल्प ...
संविधान के अनुच्छेद-370 के तहत राज्य को मिला विशेष दर्जा खत्म करने के मद्देनजर यहां प्रतिबंध लागू रहा। जम्मू-कश्मीर प्रशासन के प्रधान सचिव रोहित कंसल ने बताया कि बुधवार को श्रीनगर सहित कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में प्रतिबंधों में ढील दी गई। ...
73rd Independence Day speech: 73वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह सात बज कर 33 मिनट पर अपना संबोधन आरंभ किया और करीब नौ बज कर आठ मिनट पर उनका भाषण पूरा हुआ। मोदी ने पिछले साल यानी वर्ष 2018 में लालकिले की प्राचीर से 82 मिनट का ...
लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी का यह लगातार छठा भाषण है और वह इस उपलब्धि के मायने में भाजपा के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समकक्ष हो जाएंगे जिन्होंने 1998 से 2003 के बीच लगातार छह बार लालकिले की प्राचीर से 15 अगस्त को भाषण दिया था। ...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को 73वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लालकिले की प्राचीर से करीब 95 मिनट का भाषण दिया जो 15 अगस्त को दिया गया उनका अब तक का सबसे बड़ा संबोधन रहा। ...
श्रीनगर के शेर-ए-स्टेडियम में एक विशेष कार्यक्रम में राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा, 'मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों को बताना चाहता हूं कि उनकी पहचान पर कोई खतरा नहीं है। इससे कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है।' ...