रंगों का पर्व होली वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला प्रसिद्ध भारतीय त्योहार है। हिन्दू पंचांग के अनुसार यह पर्व फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। भारत की बात करें तो उत्तर भारत में इस त्योहार को धूमधाम से मनाया जाता है। मथुरा-वृन्दावन की होली सबसे अधिक प्रसिद्ध है। रंगों के अलावा भारत में होली स्वादिष्ट व्यंजन-पकवान बनाने का भी दिन है। रंग वाली होली से एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है जिसका हिन्दू पुराण में अत्यधिक महत्व है। Read More
होली को जहां एक ओर रंगों के साथ जोड़ा जाता है वहीं दूसरी ओर ये त्यौहार तंत्र-मंत्र से भी जुड़ा है। होली के दौरान बनने वाले संयोगों एवं नक्षत्रों की उपस्थिति में कई तांत्रिक साधनाएं की जाती हैं। इस दौरान किए गए मंत्र जाप भी बेहद असरदार होते हैं। ...
राजस्थान की तीर्थनगरी पुष्कर की होली पिछले कई सालों से चर्चा में रहती है और यहां एक नए अंदाज में सेलिब्रेशन होता है। यहां पर कपड़ा फाड़ होली खेली जाती है, जिसका देसी और विदेशी पर्यटक जमकर आनंद उठाते हैं। ...
यहां हम कुछ ऐसे टिप्स के बारे में बात करेंगे जिससे आप अपनी कार को होली के रंगो से बचा सकते हैं। अगर कार पर रंग लग भी जाए तो उसे हटाएं कैसे इस बारे में भी आपको बताएंगे। ...
मौज-मस्ती भरा रंगों का यह पर्व रिश्तों में मिठास घोल देता है। होली पर देवर-भाभी और जीजा-साली के बीच मजाक और हंसी-ठिठोली न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता है। ...
रंगों का पर्व होली वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला प्रसिद्ध भारतीय त्योहार है। हिन्दू पंचांग के अनुसार यह पर्व फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। ज्योतिष शास्त्र में होली का विशेष महत्व है इसलिए इस मौके पर विशेष ज्योतिष उपाय भी किए जाते हैं। ...
होली के केमिकल वाले रंगों की वजह से उनके स्किन और बाल दोनों ही बुरी तरह से डैमेज हो जाते हैं। पक्के रंग वाले गुललाल और गाढ़े रंग वाला पानी जब त्वचा और बालों पर डाला जाता है तो यह रंग त्वचा के रोमछिद्रों में फंसकर ब्लॉकेज बना देता है। फिर हफ्तों तक इसे ...