फास्टैग एक ऐसा डिवाइस होता है जिसे गाड़ी के विंडस्क्रीन पर लगा दिया जाता है। RFID टेक्नॉलॉजी पर बेस्ड यह फास्टैग लगी गाड़ी जैसे ही टोल से गुजरती है तो रेडियो फ्रीक्वेंसी टेक्नॉलॉजी की मदद से फास्टैग स्कैन हो जाता है। स्कैन होते ही आपके बैंक खाते या फिर अन्य UPI आधारित गूगल पे, पेटीएम, भीम एप से पैसे कट जाते हैं। ऐसे में आपको लंबी लाइन में लगकर मैन्युअल तरीके से पैसे देकर टोकन लेने की जरूरत नहीं पड़ती। Read More
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने फास्टैग केवाईसी अपडेट की समय सीमा 31 मार्च तक बढ़ाने की घोषणा की है। शुरुआत में 29 फरवरी की समयसीमा निर्धारित की गई थी। नई समय सीमा उपयोगकर्ताओं को अनुपालन के लिए एक अतिरिक्त महीने प्रदान करती है। ...
Important Rule Changes Effective March 1: तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) ने 19 किलो वाले वाणिज्यिक एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में 25.50 रुपये की बढ़ोतरी की है। ...
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि वैध बैलेंस लेकिन अपूर्ण केवाईसी वाले फास्टैग को 31 जनवरी के बाद बैंकों द्वारा निष्क्रिय या ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा। ...
NHAI FASTag: सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। शुल्क वाले प्लाजा पर 2021 में फास्टैग के जरिए कुल 34,778 करोड़ रुपये का टोल संग्रह हुआ था। ...