आर्थिक समीक्षा भारतीय अर्थव्यवस्था के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है। आम तौर पर केंद्र सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार की अगुवाई वाली समिति आर्थिक समीक्षा तैयार करती है। दस्तावेज में देश के आर्थिक हालात का उल्लेख होता है। Read More
देश में काफी समय तक लॉकडाउन के बाद आर्थिक गतिविधियों में सुस्ती होने के कारण भारत के विदेश व्यापार में नुकसान हो सकता है। एसबीआई शोध की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत चालू वित्त वर्ष की समाप्ति चालू खाते में सरप्लस की स्थिति के साथ कर सकता है। ...
कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन के से पूरे देश में मई महीने में सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में तेजी से गिरावट आयी है। इन सबके कारण कंपनियों ने नौकरियां घटानी शुरू कर दी हैं। एक मासिक सर्वे में पता चला है कि गतिविधि सूचकांक मई में 12.6 पर रहा। ...
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में सिर्फ तीन महीने बाकी हैं ऐसे में अमेरिका में व्हाइट हाउस ने एक अप्रत्याशित कदम उठाते हुए इस साल आने वाले आर्थिक पूर्वानुमान के आंकड़ों को जारी करने से रोक लगा दी है। ...
देश भर में हुए लॉकडाउन के कारण घरेलू विनिर्माण गतिविधियां रिकॉर्ड निचले स्तर पर रहीं। एक मासिक सर्वेक्षण रपट के अनुसार कंपनियों में बड़े पैमाने पर छंटनी देखी गयी और नए ऑर्डर भी डूब गए। ...
विश्व बैंक ने बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा, ‘‘भारत में लॉकडाउन से देश के लगभग चार करोड़ आंतरिक प्रवासियों की आजीविका पर असर पड़ा है। देशव्यापी लॉकडाउन से देश के लगभग चार करोड़ प्रवासी कामगार प्रभावित हुए हैं। ...
संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि कोविड-19 संकट के चलते विकासशील देशों में रह रहे दुनिया के करीब दो-तिहाई लोग अभूतपूर्व आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं और साथ ही इन देशों की मदद के लिए 2,500 अरब डॉलर के राहत पैकेज की सिफारिश भी की गई है। ...
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में आर्थिक उदारीकरण 1990 की दशक में शुरू हुआ है। उद्योगों को नियंत्रण मुक्त किया गया और विदेशी व्यापार एवं निवेश पर पर नियंत्रण कम किया। ...