अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी को हर साल देशभर में दशहरा मनाया जाता है। बुराई पर अच्छाई की जीत का संकेत लिए ये त्योहार भगवान श्री राम का कहानी को बताता है जिन्होंने लंका में चले लगातार 9 दिनों तक हुए युद्ध में घमंडी रावण को मार गिराया था। देश के अलग-अलग हिस्सों में इसे मनाने के अलग अंदाज भी विकसित हुए हैं। जहां कुल्लू का दशहरा देश भर में काफी प्रसिद्ध है तो वहीं मैसूर के दशहरे को देखने के लिए भी लोग दूर-दूर से आते हैं। इसके अलावा पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा सहित कई राज्यों में दुर्गा पूजा को भी इस दिन बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। Read More
Surpanakha Dahan in Indore: पीठ ने संस्था को अन्य राज्यों में आपराधिक आरोपों का सामना कर रही किसी भी महिला का पुतला जलाने से भी रोक दिया और इस बात पर जोर दिया कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में इस तरह की प्रथाएं स्वीकार्य नहीं हैं। ...
Dussehra 2025: दशहरा 2025, या विजयादशमी, 2 अक्टूबर, 2025 को मनाया जाएगा, जो भगवान राम की रावण पर और देवी दुर्गा की महिषासुर पर विजय के माध्यम से बुराई पर अच्छाई की जीत का उत्सव है। ...
Mysore Dasara celebrations: यह उत्सव परंपरागत रूप से वैदिक अनुष्ठानों और देवी चामुंडेश्वरी को पुष्पांजलि अर्पित करके शुरू होता है, ऐसे में मुश्ताक का चयन, धार्मिक भावनाओं और लंबे समय से चली आ रही परंपराओं का अनादर है। ...