हिन्दू धर्म में दीपावली से दो दिन पहले धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता है। इसे भगवान धन्वन्तरि के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व हिन्दू कैलेंडर के अनुसार हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को पड़ता है। हिन्दू धर्म के अलावा जैन धर्म के लोग इस पर्व को 'ध्यान तेरस' के रूप में मनाते हैं। कहते हैं कि इस दिन भगवान महावीर तीसरे और चौथे ध्यान में जाने के लिए योग निरोध के लिए चले गए थे। इस दिन को भगवान कुबेर और धन की देवी मां लक्ष्मी की अराधना से भी जोड़ा जाता है। इनकी पूजा कर धनवान बनाने के लिए प्रार्थना की जाती है। Read More
धनतेरस पर सोने या चांदी खरीदने की भी परंपरा रही है। इस बार आप डिजिटल गोल्ड खरीदने का विकल्प अपना सकते हैं। केवल एक रुपये में आप इसे खरीद सकते हैं। जानिए इस बारे में... ...
इस महीने धनतेरस, दिवाली, गोवर्धन पूजा, भाई दूज और छठ पूजा के अलावा कई अन्य व्रत एवं त्योहार पड़ेंगे। नवंबर माह शुरू होते ही त्योहारों की झड़ी लगने वाली है। ...
धनतेरस पर्व दिवाली के दो दिन पहले मनाया जाता है। इस साल यह पर्व 2 नवंबर शनिवार के दिन मनाया जाएगा। हिन्दू पंचांग के अनुसार, कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन पीतल या चांदी के बर्तन खरीदने की परंपरा है। ...
कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। इस साल धनतेरस 13 नवंबर को मनाया जाएगा। इस दिन पीतल या चांदी के बर्तन खरीदने की परंपरा है। ...
इस वर्ष कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ 12 नवंबर दिन गुरुवार को रात 09 बजकर 30 मिनट से हो रहा है, जो 13 नवंबर दिन शुक्रवार को शाम 05 बजकर 59 मिनट तक है। ...
वर्ष 2020 में काफी कुछ परिवर्तन देखने को मिला। ज्योतिष के नजरिए से यह वर्ष काफी महत्वपूर्ण रहा है। इसी के चलते पांच दिवसीय दीपोत्सव इस साल 5 दिन के स्थान पर 4 दिन का होगा। ...