Dhanteras 2021 Muhurat: 2 नवंबर को धनतेरस, जानें क्या रहेगा खरीदारी के लिए शुभ मुहूर्त
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 28, 2021 11:50 AM2021-10-28T11:50:01+5:302021-10-28T11:50:01+5:30
धनतेरस पर्व दिवाली के दो दिन पहले मनाया जाता है। इस साल यह पर्व 2 नवंबर शनिवार के दिन मनाया जाएगा। हिन्दू पंचांग के अनुसार, कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन पीतल या चांदी के बर्तन खरीदने की परंपरा है।
धनतेरस हिन्दू धर्म का प्रमुख त्योहार है। इस त्योहार को नई चीजों की खरीदारी के लिए जाना जाता है। इस दिन खरीदारी के साथ शुभ कार्य भी किए जाते हैं। इस दिन विशेष रूप से सोने और चांदी के आभूषण, नए उपहार, सोने अथवा चांदी के सिक्के की खरीदारी की जाती है। शुभ मुहूर्त में धन-धान्य की पूजा की जाती है। सात धान्य में गेहूं, उडद, मूंग, चना, जौ, चावल और मसूर शामिल होता है।
शुभ मुहूर्त
धनतेरस पूजा मुहूर्त : 06 बजकर 18 मिनट और 22 से 08 बजकर 11 मिनट और 20 सेकंड तक
खरीदारी के लिए शुभ मुहूर्त
त्रिपुष्कर योग : सुबह 06:06 से 11:31 तक
अभिजीत मुहूर्त : सुबह 11:42 से दोपहर 12:26 तक
विजय मुहूर्त : दोपहर 01:33 से 02:18 तक
त्रिपुष्कर योग और अभिजीत मुहूर्त में खरीदारी करना शुभ रहेगा।
शाम और रात के मुहूर्त
गोधूलि मुहूर्त : शाम 05:05 से 05:29 तक
प्रदोष काल : 5:35 मिनट और 38 सेकंड से 08 बजकर 11 मिनट और 20 सेकंड तक रहेगा। इस काल में पूजा की जा सकती है।
धनतेरस मुहूर्त शाम 06:18:22 से 08:11:20 तक। इस काल में पूजा और खरीदी दोनों हो सकती है।
वृषभ काल– शाम 06:18 से 08:14: तक
निशिता मुहूर्त- रात्रि 11:16 से 12:07 तक
दिन का चौघड़िया
लाभ- प्रात: 10:43 से 12:04 तक
अमृत- दोपहर 12:04 से01:26 तक
शुभ- दोपहर 02:47 से 04:09 तक
रात का चौघड़िया
लाभ- 07:09 से 08:48 तक
शुभ- 10:26 से 12:05 तक
अमृत- 12:05 से 01:43 तक
धनतेरस का महत्व
भगवान धन्वन्तरी की पूजा से स्वास्थ्य और सेहत में लाभ मिलता है। इस दिन ही दीपावली की रात लक्ष्मी गणेश की पूजा के लिए मूर्ति भी खरीदते हैं। समुद्र मंथन के दौरान देवासुर संग्राम के वक्त भगवान धनवन्तरी स्वर्णमयी कलश लेकर उत्पन्न हुए थे। तभी से कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि में धनतेरस मनाने की परंपरा चली आ रही है। शास्त्रों के मुताबिक, धनतेरस के दिन नया सामान घर लाना बेहद शुभ माना गया है और इसका फल आपको अप्रत्यक्ष रूप से मिलता है।