भारतीय सेना के सूत्रों के मुताबिक, ''चीनी सेनिकों ने घुसपैठ नहीं की। उनके जवान सादा कपड़े पहने एक नागरिक वाहन पर आए थे और डेमचोक क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा के किनारे अपनी ओर खुद को तैनात कर लिया।'' सूत्रों के मुताबिक, जिस वक्त चीनी सैनिक एलएस ...
भारतीय स्वतंत्रता के इतिहास में आज के दिन तब बड़ा मोड़ आया जब ‘ग्रैंड ओल्ड मैन ऑफ इंडिया’ के नाम से प्रसिद्ध बुद्धिजीवी, शिक्षाविद्, समाजकर्मी कारोबारी एवं राजनीतिज्ञ दादा भाई नौरोजी ब्रिटेन की संसद के लिए चुने गए। ...
दलाई लामा ने एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘चीन में शीर्ष नेताओं में यह भावना बढ़ रही है कि उनकी नीतियां तिब्बत मुद्दे को गत 70 वर्षों में हल नहीं कर पायी हैं। इसलिए उन्हें अधिक यथार्थवादी दृष्टिकोण अपनाना चाहिए। यद्यपि तिब्बत एक स्वतंत्र देश था आज चीन का ...
साक्षात्कार के दौरान दलाई लामा से पूछा गया था कि उनका उत्तराधिकारी एक महिला हो सकती है तो इस पर उन्होंने हंसते हुए कहा था कि उसे आकर्षक होना चाहिए। ...
आज साल के पांचवें महीने का अंतिम दिन है और यह भी बहुत सी घटनाओं के साथ इतिहास में दर्ज है। इनमें सबसे महत्वपूर्ण घटना भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के झंडे को अंगीकार किया जाना है। 1921 में गाँधीजी ने आज ही के दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के ध्वज को स्व ...
चीन के इस कदम का तिब्बत और दुनिया के कई देशों में जमकर विरोध हुआ। दलाई लामा के प्रयासों से इस देश में स्वतंत्रता की अलख जगी और पिछले कई दशकों से देश की आजादी हासिल करने की जद्दोजहद अभी भी जारी है। ...
अमेरिकी संसद (कांग्रेस) की सदस्य कैरोलिन मलोनी ने 23 सितंबर को प्रतिनिधि सभा में प्रस्ताव संख्या एचआर6916 पेश किया, जिसमें भारतीय मूल के चार सांसदों - एमी बेरा, राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना और प्रमीला जयपाल ने उनका समर्थन किया। ...
83 साल के दलाई लामा ने 60 वर्ष पहले चीनी शासन के खिलाफ विफल विद्रोह किया था और उसके बाद भारत की शरण ले ली थी। नोबेल शांति पुरस्कार जीतने वाले दलाई लामा एक बेहद लोकप्रिय वक्ता माने जाते हैं लेकिन हाल के वर्षों में उनकी वैश्विक व्यस्तता में कमी देखी गई ...