केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) भारत का अर्ध-सैनिक बल है। सीआरपीएफ भारत का सबसे बड़ा अर्ध-सैनिक बल है। सीआरपीएफ देश के गृह मंत्रालय के अधीन काम करता है। सीआरपीएफ का प्राथमिक दायित्व केंद्र और राज्यों सरकारों की कानून-व्यवस्था बनाए रखने और घुसपैठ इत्यादि रोकने में मदद करना है। Read More
अमरनाथ यात्रा के शुरू होेने में अब 24 घंटों का समय बचा है। सुरक्षाबल कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहते थे इसलिए एक माह पूर्व सभी तैयारियां आरंभ तो की गई थीं पर वे अभी तक अधबीच में ही हैं। ...
खुफिया अधिकारियों के इस रहस्योदघाटन के पश्चात कि अमरनाथ यात्रा इस बार आतंकी हमलों से दो-चार हो सकती है, यह यात्रा सभी के लिए अग्नि परीक्षा साबित होने जा रही है। उनके मुताबिक, कई आतंकी इस टास्क को लेकर कश्मीर के भीतर घुस चुके हैं और वे यात्रा मार्गों ...
प्रतिदिन 15 हजार श्रद्धालुओं को पहलगाम तथा बालटाल के रास्ते यात्रा में शामिल होने की अनुमति दी गई है। अभी तक करीब अढ़ाई लाख श्रद्धालुओं ने अपना पंजीकरण विभिन्न माध्यमों से करवाया है जबकि आन स्पाट पंजीकरण को भी एकाध दिन में खोल दिया जाएगा। ...
अधिकारियों के मुताबिक, आतंकवादियों और उनकी हरकतों पर नजर रखने के लिए वायुसेना की भी मदद मांगी गई है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि अमरनाथ यात्रा पहाड़ों से हो कर गुजरती है और पहाड़ों के चप्पे चप्पे पर सैनिकों को तैनात नहीं किया जा सकता। ...
क्षेत्र में बढ़ते खौफ को भांपते हुए सुरक्षाबलों ने स्थिति को शांत करते हुए लोगों को बताया कि अमरनाथ यात्रा शुरू होने जा रही है। यात्रा आरंभ होने से पहले सुरक्षाबल सुरक्षा व्यवस्था को यकीनी बनाने के लिए यह मॉक ड्रिल चला रहे हैं। ...
सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ बीजापुर जिले के केशकुटुल क्षेत्र में हुई है। दोनों ओर से फायरिंग हुई। इस दौरान सीआरपीएफ का दो जवान शहीद हो गए। ...
अधिकारियों के मुताबिक, ''यह कार्य कोई आसान नहीं है। जम्मू शहर में श्रद्धालुओं के ठहरने के स्थान से लेकर गुफा तक उन्हें पहुंचाने और फिर वापस लौटाने का टास्क कम मेहनत और खतरों से भरा हुआ नहीं है।'' ...
इस साल अभी तक कश्मीर में मारे गए कुल 112 आतंकियों में से आधे के करीब दक्षिण कश्मीर में ही मारे गए हैं। दरअसल दक्षिण कश्मीर को आतंकयों का गढ़ माना जाता है। एक अधिकारी के बकौल, अमरनाथ यात्रा को क्षति पहुंचाने की खातिर आतंकी इस इलाके में एकत्र हो रहे थे। ...