अमरनाथ यात्रा: खुफिया अधिकारियों ने कहा- आतंकी हमलों से दो-चार होना पड़ सकता है
By सुरेश डुग्गर | Published: June 29, 2019 05:40 PM2019-06-29T17:40:52+5:302019-06-29T17:40:52+5:30
खुफिया अधिकारियों के इस रहस्योदघाटन के पश्चात कि अमरनाथ यात्रा इस बार आतंकी हमलों से दो-चार हो सकती है, यह यात्रा सभी के लिए अग्नि परीक्षा साबित होने जा रही है। उनके मुताबिक, कई आतंकी इस टास्क को लेकर कश्मीर के भीतर घुस चुके हैं और वे यात्रा मार्गों के आसपास के इलाकों में डेरा जमाए हुए हैं।
खुफिया अधिकारियों के इस रहस्योदघाटन के पश्चात कि अमरनाथ यात्रा इस बार आतंकी हमलों से दो-चार हो सकती है, यह यात्रा सभी के लिए अग्नि परीक्षा साबित होने जा रही है। उनके मुताबिक, कई आतंकी इस टास्क को लेकर कश्मीर के भीतर घुस चुके हैं और वे यात्रा मार्गों के आसपास के इलाकों में डेरा जमाए हुए हैं।
ऐसा इसलिए भी स्पष्ट है कि क्योंकि जहां एक ओर कश्मीर में आतंक के पांव तेजी से पुनः बढ़े हैं वहीं दूसरी ओर अमरनाथ यात्रा की शुरूआत के साथ ही हुर्रियत कांफ्रेंस और आतंकी गुटों के बीच मतभेद पनपने लगे हैं। ऐसे में सभी पक्षों को अमरनाथ यात्रा असुरक्षित लगने लगी है क्योंकि आतंकवादी इसे क्षति पहुंचाने की कोशिशों में अभी से जुट गए हैं। ऐसी आशंकाएं सेनाधिकारी प्रकट करने लगे हैं कि अमरनाथ यात्रा को हादसों से बचाना मुश्किल होगा।
कल यानि 30 जून को आरंभ होने जा रही वार्षिक अमरनाथ यात्रा का चिंता का पहलू यह नहीं है कि तनाव और आतंकवादी गतिविधियों के बावजूद इसमें कितने लोग भाग लेंगे, बल्कि तनाव और बढ़ती आतंकवादी गतिविधियों के बीच इसे सुरक्षा कैसे मुहैया करवाई जाएगी।
अभी तक का यही अनुभव रहा है कि यात्रा में शामिल होने वाले हमलों, नरसंहारों और बम धमाकों से कभी घबराए नहीं हैं। रिकार्ड भी बताता है कि आतंकवादी पिछले करीब सात सालों से अमरनाथ यात्रा को निशाना बना बीसियों श्रद्धालुओं की हत्याएं करने में कामयाब रहे हैं तो प्रकृति भी अपना रंग अवश्य दिखाती आई है।