यह कवकीय संक्रमण मस्तिष्क, फेफड़े और 'साइनस' को प्रभावित करता है तथा मधुमेह के रोगियों एवं कमजोर प्रतिरक्षा वाले व्यक्तियों के लिए जानलेवा हो सकता है। इसे म्यूकोरमाइकोसिस कहा जाता है. विशेषज्ञों के अनुसार, मधुमेह, वृक्क रोग, यकृत रोग, वृद्धावस्था आदि से कम प्रतिरक्षा वाले लोगों में म्यूकोरमाइकोसिस अधिक देखने को मिलता है। Read More
भारत में कोविड-19 के बाद अब ब्लैक फंगस या म्यूकोरमायोसिस भी अपने पांव पसार रहा है। हालिया सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अब तक देश में ब्लैक फंगस के 11,717 मामले सामने आए हैं। ...
ब्लैक फंगस , वाइट फंगस के बाद अब देश में येलो फंगस का पहला मामला मिला है। येलो फंगस का मरीज मिलने के बाद डॉक्टरों की चिंता बढ़ गई है। यह वायरस मरीज के लिए जानलेवा हो सकता है। येलो फंगस का पहला मरीज उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में मिला है। ...
देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान ब्लैक और व्हाइट फंगस के बाद अब येलो फंगस के केस भी सामने आए हैं। इस बीमारी का पहला मामला उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में मिला है। ...