केंद्र सरकार की “जन-विरोधी” नीतियों के खिलाफ बुधवार (8 जनवरी) को मजदूर संगठनों ने भारत बंद बुलाया है। मजदूर संगठनों के साथ वामपंथी दल और कांग्रेस समर्थक भी बंद के समर्थन में हैं। देश के प्रमुख संघों इंटक, सीटू, सेवा, एआईटीयूसी, एचएमएस, एआईयूटीयूसी, टीयूसीसी, एआईसीसीटीयू, एलपीएफ और यूटीयूसी ने देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है और उनका दावा है कि इस में 25 करोड़ श्रमिक शामिल होंगे। Read More
उत्तर रेलवे के प्रवक्ता दीपक कुमार ने बताया, "सुबह नौ बजे आंदोलनकारी किसान 32 स्थानों पर बैठे हुए देखे गए हैं। अब तक कुल 31 ट्रेनों को रोका गया है। चार शताब्दी ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।" ...
किसान मोर्चे ने एक बयान में कहा है कि संपूर्ण भारत बंद के तहत सभी दुकानें, मॉल, बाजार और संस्थान बंद रहेंगे। सभी छोटे और बड़े मार्ग अवरुद्ध किए जाएंगे तथा ट्रेनों को रोका जाएगा। ...
किसान संघों ने भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव का शहीदी दिवस मनाने का भी फैसला लिया है। किसान नेताओं ने कहा कि उस दिन देश के सभी हिस्सों से युवा दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के प्रदर्शन में शामिल होंगे। ...
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने एक बयान में कहा कि वह देश भर में परिवहन एवं श्रमिक संगठनों द्वारा शुक्रवार को बुलाए गए भारत बंद का समर्थन करता है। ...
8 को देशभर में भारत बंद था. विपक्ष ने किसान आंदोलन को लेकर सरकार के खिलाफ हल्ला बोला था. इस बीच बिहार में राजद नेता तेजस्वी यादव गायब दिखे. भाजपा और जदयू के नेता ने आरजेडी प्रमुख को पत्र लिखा है. ...
कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद के समर्थन में किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया। आज जो लाखों किसान आए हैं वो अपनी पीड़ा व्यक्त करने आए हैं। ...
तीन काले क़ानून जिसे बीजेपी किसानों के हितैषी क़ानून बताती है, यह पूंजीपतियों के लाभ के लिए बनाए गए हैं, मंडी एक्ट, कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग और आवश्यक वस्तु अधिनियम को विलोपित करने के लिए ये तीन क़ानून हैं. ...