भारत बंद के दौरान तेजस्वी यादव गायब, जदयू ने कहा-लोग ढूंढते रह गए, सुशील मोदी बोले-दिल्ली में मना रहे थे छुट्टी
By एस पी सिन्हा | Published: December 9, 2020 05:21 PM2020-12-09T17:21:40+5:302020-12-09T21:13:42+5:30
8 को देशभर में भारत बंद था. विपक्ष ने किसान आंदोलन को लेकर सरकार के खिलाफ हल्ला बोला था. इस बीच बिहार में राजद नेता तेजस्वी यादव गायब दिखे. भाजपा और जदयू के नेता ने आरजेडी प्रमुख को पत्र लिखा है.
पटनाः तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ आयोजित भारत बंद के दौरान मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कहीं नजर नहीं आए.
ऐसे में किसान आंदोलन को राजनीतिक रंग देने वाले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर जदयू के वरिष्ठ नेता नीरज कुमार ने निशाना साधा है. भाजपा और जदयू ने तेजस्वी को अपने निशाने पर ले लिया. इस बीच जदयू के नेता नीरज कुमार ने लालू यादव को पत्र लिख कर तेजस्वी यादव के बारे में पूछा है कि बताएं वो कहां हैं?
भाजपा ने वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि बंद के दौरान विपक्ष के नेता दिल्ली में छुट्टी मना रहे थे. वहीं, जदयू नेता नीरज कुमार ने कहा कि होटवार इंजन से संचालित राजद और उनके सुप्रीमो लालू प्रसाद जी से आग्रह है कि वो बताएं तेजस्वी यादव कहां हैं? अपनी चिट्ठी में नीरज कुमार ने कहा है कि चूंकि आपके परिवारिक पार्टी में तेजस्वी फोबिया से ग्रसित है. इसलिए स्पष्ट करिए कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास 5 दिसंबर को आपके चार्जशीटेड पुत्र के द्वारा जो लिखित में संकल्प लिया गया था.
वो कहां हैं? कहां लापता है? कहां विलुप्त हैं? यह स्पष्ट करिए?
वह 8 दिसंबर को फिर से बंदी में शामिल रहेंगे. वो कहां हैं? कहां लापता है? कहां विलुप्त हैं? यह स्पष्ट करिए? साथ ही साथ आपको यह स्पष्ट करना पडेगा कि क्या तेजस्वी यादव राजनीतिक आपदा हैं कि बाढ हो, करोना हो, जलजमाव हो, वह उस समय विलुप्त पाए जाते हैं.
स्वाभाविक रूप से क्या बिहार की जनता की माथे पर आपने चार्जशीटेड व्यक्ति को थोप दिया है विपक्ष के नेता के रूप में. इसलिए स्पष्ट करिए कि वह कहां जाते हैं? वह कहां हैं? आप परिवार के सदस्य हैं, मुखिया हैं. आपको तो जरूर मालूम होगा. इसलिए बिहार की जनता की अपेक्षा के अनुरूप जल्द से जल्द पूरा ब्योरा पेश करिए.
यहां उल्लेखनीय है कि किसानों के भारत बंद के समर्थन में राज्यभर में सडक पर उतरे राजद ने बंद को ऐतिहासिक बताया. पार्टी ने दावा किया कि कृषि कानून के खिलाफ विभिन्न किसान संगठनों के आह्वान पर आयोजित 'भारत बन्द' अभूतपूर्व और ऐतिहासिक रूप से सफल रहा. वहीं, भाजपा ने भारत बंद को विपक्ष का फ्लॉप शो करार दिया था.