Ratan Tata Last Rites: दुनिया को छोड़कर चले गए इस देश के 'रतन', बस रह गईं उनकी ये दस बेहतरीन यादें
By रुस्तम राणा | Updated: October 10, 2024 19:26 IST2024-10-10T19:23:49+5:302024-10-10T19:26:44+5:30

देश और दुनिया के मशहूर उद्योगपति रतन टाटा अब इस दुनिया में नहीं रहे। रह गई हैं तो बस उनकी यादें।

उद्योगपति रतन टाटा का मुंबई के वर्ली श्मशान घाट में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। रतन टाटा का 86 साल के उम्र में बुधवार को निधन हो गया।

उद्योगपति रतन टाटा का मुंबई के वर्ली श्मशान घाट में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। रतन टाटा का 86 साल के उम्र में बुधवार को निधन हो गया।

महाराष्ट्र सरकार द्वारा राजकीय सम्मान के साथ उनका पारसी समुदाय द्वारा अपनाए जाने वाले रीति-रिवाजों के अनुसार अंतिम संस्कार किया गया।


रतन टाटा 1962 में कॉर्नेल विश्वविद्यालय, न्यूयॉर्क से वास्तुकला में बी.एस. की डिग्री प्राप्त करने के बाद पारिवारिक कंपनी से जुड़ गए।

उन्होंने शुरुआत में एक कंपनी में काम किया और टाटा समूह के कई व्यवसायों में अनुभव प्राप्त किया, जिसके बाद 1971 में उन्हें (समूह की एक फर्म) ‘नेशनल रेडियो एंड इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी’ का प्रभारी निदेशक नियुक्त किया गया।

एक दशक बाद वह टाटा इंडस्ट्रीज के चेयरमैन बने और उन्होंने 1991 में अपने चाचा जेआरडी टाटा से टाटा समूह के चेयरमैन का पदभार संभाला।

कुत्तों से बेहद प्रेम और स्नेह रखने वाले रतन टाटा ने अपने सभी सहयोगियों, कर्मचारियों से कह दिया कि मुंबई के आलीशान इलाके में स्थित टाटा समूह के मुख्यालय के दरवाजे लावारिस कुत्तों के लिए खोल दिए जाएं।

टाटा के निधन के बाद उन के पालतू कुत्ते 'गोवा' को गुरुवार को आखिरी बार उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए देखा गया। शोकाकुल कुत्ते को एनसीपीए लॉन में ले जाया गया, जहां राष्ट्रीय ध्वज में लिपटे रतन टाटा के पार्थिव शरीर को जनता के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया।

















