जब आपकी चाहत और साहस का साथ आपको मिल जाए तो आप कमाल कर सकते हो । जो दुनिया सोच नहीं सकती है । आप वह सबकुछ कर सकते हैं । ऐसे ही कुछ पटना की तनु कुमारी ने दुघर्टना में दोनों हाथ गंवाने के बाद किया । ...
इन दिनों सोशल मीडिया पर एक ऐसी फोटो वायरल हो रही है, जिसे देखकर लोग खुश भी हो रहे हैं । साथ ही मन उदास भी हो जा रहा है । इस तस्वीर पर आईएफएस ऑफिसर ने लिखा, 'हो कहीं भी आग लेकिन आग जलनी चाहिए।' ...
उप राष्ट्रपति ने दृष्टि बाधिता को सबसे बड़ी चुनौतियों में एक बताते हुए इस बात का जिक्र किया कि करीब 46 लाख लोग भारत में दृष्टिहीन हैं और उनमें से ज्यादातर लोग 50 वर्ष से अधिक आयु के हैं। ...
इस साल 10 मई को मदर्स डे मनाया जाएगा। ये दिन मां को समर्पित है। इस दिन लोग अपनी मां को स्पेशल फील करवाते हैं। वैसे तो मां के प्यार का कोई मोल नहीं चुकाया जा सकता मगर फिर भी मदर्स डे के दिन लोग अपनी मां को गिफ्ट देते हैं और उन्हें शुक्रिया कहते हैं। ...
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रमेश चन्द्र कुहाड़ ने एक कविता लिखकर लोगों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लॉकडाउन के आह्वान का समर्थन करने की अपील की है। ...
फोन कॉल के दौरान अपनी आवाज और पहचान को बदलकर अपने दोस्तों को बेवकूफ़ बना सकते हैं। इन ऐप्स में आप हाई और फनी डीप या डरावनी या स्री कि आवाजों में अपनी आवाज बदल सकते हैं। ...
जोश मलीहाबादी का असली नाम शब्बीर हसन था। 5 दिसंबर 1898 में उत्तर प्रदेश के मलीहाबाद में जन्मे. वे साल 1958 तक भारत में ही रहे लेकिन उसके बाद पाकिस्तान चले गए। पाकिस्तान में 22 फरवरी 1982 को उनका इंतकाल हो गया। जोश भारत और पाकिस्तान में बराबर लोकप्रिय ...
भारत में हर साल 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस (National Girl Child Day) मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य समाज में लड़कियों के महत्व को बढ़ावा देना है। महिला और बाल विकास मंत्रालय ने साल 2008 में इस दिवस को मनाने के फैसला किया था। राष्ट ...
प्रांजल मुंबई से सटे उल्हासनगर की रहने वाली हैं। 6 साल की उम्र में ही प्रांजल की आंख की रोशनी चली गई थी। उन्होंने अपनी पढ़ाई नेत्रहीनों के कमला मेहता स्कूल में की। ...
14 सितंबर 1949 को संविधान सभा में एकमत से हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिए जाने का निर्णय लिया गया। भारतीय संविधान के में हिंदी को देवनागरी लिपि में राजभाषा का दर्जा दिया गया है। राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के प्रयासों के बाद 14 सितंबर 1953 को पहली बार 'हि ...