अमिताभ श्रीवास्तव
राज्य में 13 वीं विधानसभा के गठन के लिए होने जा रहे चुनाव इस बार भी परंपरागत ढंग से एक ही चरण में 21 अक्तूबर को सभी 288 सीटों पर एक साथ होंगे. गौरतलब है कि क्षेत्रफल की दृष्टि से देश के तीसरे सबसे बड़े राज्य में केवल तीन मौकों पर ही दो चरणों में मतदान की जरूरत पड़ी. बाकी दस मौकों पर एक ही चरण में चुनाव संपन्न हुए.
राज्यों के पुनर्गठन के क्रम में वर्ष 1960 में महाराष्ट्र का गठन हुआ, जिसके बाद विधानसभा के लिए पहले चुनाव वर्ष 1962 में हुए. जिन्हें 19 फरवरी 1962 को सम्पन्न कराया गया. उसके बाद वर्ष 1967, 1972, 1978 तक एक ही चरण में चुनाव हुए, जो आम तौर पर फरवरी- मार्च में पूरे कराए गए. वर्ष 1980 में पहली बार राज्य में दो चरणों में चुनाव हुए. हालांकि मई माह में ही दोनों को तीन दिन के अंतर से निपटाया गया, लेकिन तब से दो चरण में मतदान की परंपरा आरंभ हो गई. उसके बाद वर्ष 1985 में हुए विधानसभा चुनावों में दो चरणों में मतदान हुआ. इस बार दोनों चरणों में तीन माह का अंतर था. इसके बाद वर्ष 1995 में हुए विधानसभा चुनावों में भी दो चरणों में ही मतदान हुआ. पहला चरण फरवरी और दूसरा चरण मार्च में पूरा हुआ.
वर्ष 1999 से फिर एक चरण में मतदान का सिलसिला वर्ष 2019 तक जारी है. इस बार भी चुनाव 21 अक्तूबर को होने जा रहे हैं, जो अक्तूबर माह में चुनाव की परंपरा को भी जारी रखे हैं. किंतु यह पहला चुनाव होगा जो साल के सबसे आखिर में हो रहा है. इसके पहले राज्य में चुनावों की फरवरी-मार्च में आयोजन की परंपरा थी, जो कुछ चुनावों में मई माह तक भी पहुंची. मगर वर्ष 1995 तक फरवरी में ही चुनाव हुए.
विदित हो कि चुनावों में चरणों की स्थिति भौगोलिक परिस्थितियों, व्यवस्था के लिए आवश्यक चुनाव और सुरक्षा कर्मचारियों की स्थिति के आधार पर तय की जाती है. हाल के दिनों में वोटिंग मशीन और अन्य तकनीकों का सहारा मिलने के कारण चुनावों के आयोजन में सुगमता होती जा रही है. यही वजह है कि अब चरणों की संख्या कम हो गई है.
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाववर्ष मतदान की तारीख1962 19 फरवरी1967 21 फरवरी1972 5 मार्च1978 25 फरवरी1980 28, 31 मई1985 3 फरवरी, 3 मई1990 27 फरवरी1995 12 फरवरी, 9 मार्च1999 11 सितंबर2004 13 अक्तूबर2009 13 अक्तूबर2014 15 अक्तूबर2019 21 अक्तूबर