West Bengal Panchayat Election: पंचायत चुनावों के दौरान पश्चिम बंगाल में हिंसा की लहर में कई लोगों की जान चली गई थी। 8 जुलाई को सुबह 7 बजे जैसे ही मतदान शुरू हुआ, नादिया, मुर्शिदाबाद और मालदा जिले में अलग-अलग घटनाओं में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), कांग्रेस और इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के कई कार्यकर्ता हिंसा की भेंट चढ़ गए।
इसके बाद से ही सियासी बयानबाजी का दौर जारी है। नई दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने 11 जुलाई को प्रेस कॉन्फ्रेंस की और तृणमूल के साथ उन विपक्षी दलों को भी घेरा जो व्यापक पैमाने पर हुई हिंसा के बाद भी चुप्पी साधे हैं। बीजेपी प्रवक्ता ने राहुल गांधी पर सीधा निशाना साधा।
संबित पात्रा ने कहा, "जिस भूमि से कभी वन्दे मातरम् के शब्द उपजे थे, आज उसी भूमि पर जिस प्रकार की हिंसा हो रही है वह अपने आप में अप्रत्याशित है। इससे पहले इस प्रकार की हिंसा न हमने सुनी थी और न ही देखी थी। चुनाव और हिंसा आज बंगाल में पर्यायवाची बन चुके हैं। सेंट्रल फोर्सेस होने के बावजूद बंगाल में 45 लोगों की हत्या ये दिखाती है कि प्रदेश सरकार किस प्रकार प्रायोजित तरीके से इन हत्याओं को अंजाम दे रही थी। ये जितने लोग मारे गए हैं वह प्रायोजित है। इसमें पुलिस प्रशासन से लेकर जिला अधिकारी तक सम्मिलित हैं।"
बीजेपी प्रवक्ता ने विपक्ष की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा, "अगर यही दृश्य किसी भाजपा शासित राज्य से आ रहा होता तो हाहाकार मच गया होता। ये सारे नेता, जो हाथ पकड़-पकड़ कर राज्यों में खड़े होते हैं, कहां हैं ये सारे नेता? कहां हैं लालू प्रसाद यादव, कहां हैं नीतीश कुमार और कहां हैं 'मोहब्बत की दुकान' खोलने वाले राहुल गांधी?"
संबित पात्रा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस पूरी व्यवस्था की, बंगाल में जिस प्रकार से लोगों की हत्या हो रही है, जिस प्रकार से लोकतंत्र की हत्या हो रही है उसकी तीव्र निंदा करती है।