जयपुर: राजस्थान में चल रहे सियासी उठापटक के बीच खबर आई है की सचिन पायलट लगातार खुद को राज्य का मुख्यमंत्री बनाने की मांग करते रहे हैं। बताया जा रहा है कि उन्होंने पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मिलने तक से इनकार कर दिया। NDTV में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रियंका गांधी वाड्रा के करीबी सूत्रों ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी है।
सूत्रों ने बताया की सचिन पायलट चाहते थे कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाए जाने की सार्वजनिक रूप से घोषणा की जाए और उन्होंने कहा कि अगर ये वादा नहीं किया जा सकता तो गांधी परिवार से मिलने का कोई मतलब नहीं है।
सचिन पायलट पर राहुल गांधी अभी भी हैं नरम
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच छिड़ी जंग में सोनिया गांधी के कहने पर भले ही सचिन की कांग्रेस में वापसी के दरवाज़े बंद कर दिये गये हो, लेकिन पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अभी भी सचिन की पार्टी में वापसी की उम्मीद नहीं छोड़ी है।
सूत्रों के अनुसार पर्दे के पीछे से राहुल लगातार यह कोशिश कर रहे हैं कि सचिन को समझा -बुझा कर पार्टी में वापस लाया जाये। राहुल की इस कोशिश की भनक तब लगी जब आज सुबह उन्होंने रणदीप सुरजेवाला को फोन पर निर्देश दिये कि संवाददाता सम्मेलन में हमला करते समय सचिन को लेकर अपना रुख नरम रखें, उन पर सीधे आरोप न लगाये जायें।
सुनवाई राजस्थान हाईकोर्ट में 20 जुलाई तक टली
राज्य के विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने सचिन पायलट समेत 19 विधायकों को कारण बताओ नोटिस भेजते हुए 19 जुलाई तक का समय देकर कहा था कि यदि समय पर जवाब विधायकों की तरफ से नहीं आता है तो उनकी सदस्यता को रद्द कर दिया जाएगा।
इस नोटिस के खिलाफ हाई कोर्ट में सचिन पायलट समर्थक गुट ने जो याचिका लगाई थी, आज इस मामले में राजस्थान हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इसके बाद इस मामले में सुनवाई को सोमवार तक के लिए अभी टाल दी गई है। 20 जुलाई को इस मामले में एक बार फिर से हाई कोर्ट में सुनवाई होनी है।
कोर्ट ने नोटिस पर 21 जुलाई तक के लिए स्टे लगा दिया है-
राजस्थान हाईकोर्ट ने राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष द्वारा भेजे गए नोटिस पर 21 जुलाई तक के लिए रोक लगा दी है।21 जुलाई तक स्पीकर कोई कार्रवाई नहीं कर सकेंगे। इस केस में सोमवार को सुनवाई के बाद आगे फैसला लिया जाएगा। सुनवाई के दौरान हरीश साल्वे व मुकुल रोहतगी के बाद अभिषेक मनु सिंघवी ने बहस में हिस्सा लिया। सिंघवी ने कोर्ट में कहा कि पायलट की याचिका प्री-मेच्योर है।