लगभग एक महीने तक चलने वाला संसद का शीतकालीन सत्र मंगलवार को शुरु हो गया। संसद के शीतकालीन सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "यह सत्र अहम है, और जनता के लिए अहमियत रखने वाले कई मुद्दे उठाए जाएंगे।''
पीएम मोदी ने कहा, 'मुझे पूरा भरोसा है कि संसद के सभी सदस्य इस भावना की कद्र करेंगे और आगे बढ़ेंगे।' पीएम मोदी ने कहा, हमारी पूरी कोशिश है कि सभी मुद्दो पर चर्चा हो।
पीएम मोदी ने यहां बिल्कुल भी विधान सभा चुनाव के बारे में कुछ नहीं बोला। पीएम मोदी ने राजस्थान, छत्तीसगढ़, मिजोरम, तेलंगाना और मध्यप्रदेश के चुनाव के आर रहे नतीजो पर कुछ नहीं बोला। बता दें कि सत्र के दौरान दोनों सदनों की कार्यवाही के सुचारू रूप से चलने का दारोमदार पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के परिणाम पर निर्भर करेगा।
अगले साल प्रस्तावित लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार के कार्यकाल का यह अंतिम पूर्ण सत्र होगा। सत्र की शुरुआत के साथ ही मंगलवार को दोपहर तक मध्य प्रदेश, राजस्सथान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा चुनाव के परिणाम से स्पष्ट हो जायेगा कि इन राज्यों में भाजपा और कांग्रेस में से किसकी सरकार बनेगी।
सत्र में 11 दिसंबर से आठ जनवरी तक 29 दिनों की कार्य अवधि में 20 बैठकें आहूत होंगी। सोमवार को आहूत सर्वदलीय बैठक में तमाम दलों ने सत्तापक्ष को 24 दिसंबर से एक जनवरी के बीच संसदीय कार्यवाही निलंबित रखने का सुझाव दिया।
सत्र की कार्यसूची में 24, 26 दिसंबर और एक जनवरी को भी सदन की कार्यवाही सुचारु रखने की बात कही गयी है। सरकार इस बारे में पिछली परंपरा को देखते हुये इन दिनों में सदन की कार्यवाही निलंबित करने के बारे में बाद में अंतिम फैसला करेगी।