पुणे 10 मार्च: ट्रिपल तलाक के विरोध में शनिवार को पुणे में मुस्लिम महिलाओं ने रैली निकाली। इस दौरान 'वी रिजेक्ट ट्रिपल तलाक,' 'हुकूमत बदल सकती हैं शरीयत नहीं' जैसे बैनर दिखाई दिए। रैली में शमिल महिलाओं का कहना है- 'हम सब मु्स्लिम पर्सनल लॉ में कोई बदलाव नहीं चाहते हैं। हमारे अल्लाह ने जो हमारे लिए कानून बनाया है वो हमारे लिए बहुत सही है। एक समय पर तीन तलाक है ही नहीं, ये लोगों ने गलतफहमी फैलाई है।'
ये पहली बार नहीं है जब इस बिल के खिलाफ मुस्लिम महिलाएं सड़क पर उतरीं हैं। ट्रिपल तलाक को लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में मुस्लिम महिलाओं ने विरोध दर्ज कराया है। हाल ही में राजस्थान के झुंझुनूं जिले में मुस्लिम महिलाएं मौन जुलूस निकाला था। सड़क पर उतरीं उन महिलाओं ने सरकार से ट्रिपल तलाक बिल को वापस लेने की मांग की थी।
ट्रिपल तलाक बिल क्या है?
सुप्रीम कोर्ट ने 22 अगस्त 2017 को फैसला देते हुए तीन तलाक पर 6 महीने के लिए रोक लगा दी थी और केंद्र सरकार से कहा था कि वो 6 महीनों के अंदर तीन तलाक पर कानून लेकर आए। 28 दिसंबर 2017 को लोकसभा में 'द मुस्लिम विमेन' बिल 2017 पास हुआ। इस बिल के तहत एक बार में तीन तलाक देने पर पति को तीन साल तक की सजा हो सकती है। हालांकि ये बिल जब राज्यसभा में भेजा गया तो वहां ये बिल पास ना हो सका। क्योंकि विपक्ष ने इस बिल में कई खामियां बताईं।