नई दिल्लीः मोबाइल में घंटी बजी और यूजर चौंक गए। यूजर घंटी की आवाज को रोकना तो चाहते थे। लेकिन रोक नहीं पाए। कुछ देर बाद घंटी की आवाज अपने आप थम गई। जिसके बाद यूजरों ने चैन की सांस ली। इसके कुछ देर बाद फिर से मोबाइल की घंटी बजने लगी। संदेश जो पहले अंग्रेजी में था। इस बार हिन्दी में भेजा गया था।
यूजर यह नहीं समझ पा रहे थे कि आखिरकार यह हो क्या रहा है। जब तक वह कुछ समझ पाते, एक बार फिर से घंटी की आवाज थम गई। दिन में हिंन्दी और अंग्रेजी भाषा में चार बार लोगों के मोबाइल फोन पर इमरजेंसी अलर्ट मैसेज भेजा गया है। इसलिए आज आपके फोन पर यह मैसेज आया है तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है और मोबाइल की सैटिंग बदलने की जरूरत भी नहीं है।
यह मैसेज भारत सरकार की दूरसंचार विभाग के द्वारा भेजा गया है। इसलिए इस मैसेज को इगनोर कीजिए। साथ ही भविष्य में इस तरह का मैसेज मोबाइल पर आए तो घबराए नहीं. यह आपातकाल में अलर्ट मैसेज भेजने के संदर्भ में एक प्रयोग है। यहां जानकारी के लिए बताते चले कि अगस्त माह और सितंबर माह में भी भारत सरकार के दूरसंचार विभाग के द्वारा लोगों के फोन पर इमरजेंसी अर्लट मैसेज आया था।
आपके पास ऐसा संदेश आया है
इमरेंजसी अलर्टः एक्सट्रीमः आपके मोबाइल फोन की स्क्रीन पर आए संदेश में लिखा था कि यह भारत सरकार के दूरसंचार विभाग द्वारा सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम के माध्यम से भेजा गया एक नमूना परीक्षण संदेश है। कृपया इस संदेश पर ध्यान न दें क्योंकि इस पर आपकी ओर से किसी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं है।
यह संदेश राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा भेजा जा रहे हैं। यह आपात काल सिस्टम का जांचने के लिए भेजा गया है। इस मैसेज का मकसद है सुरक्षा बढ़ाना है और आपातकाल की किसी भी स्थिति में अलर्ट प्रदान करना है। उत्तर प्रदेश राहत आयुक्त के द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि आपके मोबाइल पर अचानक कंपन (वाइब्रेशन) के साथ अलग अलग किस्म की आवाज आये तो घबराने की जरूरत नहीं है।
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और दूरसंचार विभाग की ओर से इसका परीक्षण मंगलवार को किया गया है। राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने कहा यह सिर्फ एक अलर्ट मैसेज होगा जो आपको आपदा के प्रति सतर्क करेगा। यह वास्तविक आपात का संकेत नहीं होगा। इससे बिल्कुल परेशान होने की जरूरत नहीं है।