Lokmat Parliamentary Awards 2023: सर्वाधिक विश्वसनीय और प्रतिष्ठित ‘लोकमत’ संसदीय पुरस्कारों का पांचवा पुरस्कार समारोह आज दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है। 'लोकमत' संसदीय पुरस्कार वितरण समारोह से पहले मंगलवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक 'लोकमत' नेशनल कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया। 'धर्म और जाति में उलझा लोकतंत्र' विषय पर विभिन्न राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेताओं ने अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में हिस्सा ले रहीं शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कई मुद्दों पर विस्तार से बात की, जिसमें भ्रष्टाचार भी एक मुद्दा था।
'लोकमत' नेशनल कॉन्क्लेव में बोलते हुए शिवसेना (यूटीबी) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने 'भ्रष्टाचार' पर पीएम मोदी के किये विपक्ष पर हमले का जवाब देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश की सभा में जनता के सामने अजित पवार का नाम लेते हुए एनसीपी को कटघरे में खड़ा किया था। लेकिन क्या पीएम मोदी बताएंगे कि वही अजित पवार आज भाजपा और शिंदे गुट के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार चला रहे हैं तो क्या आज की तारीख में अजित पवार पर पीएम मोदी के लगाये भ्रष्टाचार के आरोप खत्म हो गये।
प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि भ्रष्टाचार को लेकर सरकार और सरकार चला रही भाजपा का दोहरा रवैया रहा है। भाजपा में कितने नेता हैं, जिन पर आरोप हैं लेकिन वही नेता विपक्षी नेताओं पर भ्रष्टाचार के नाम पर हमला करते हैं। आज की तारीख में भाजपा और पीएम मोदी को भ्रष्टाचार को लेकर गहन आत्म मंथन करने की जरूरत है।
मालूम हो कि ‘लोकमत’ संसदीय पुरस्कारों का पांचवा पुरस्कार वितरण समारोह मंगलवार, 6 फरवरी को नई दिल्ली में जनपथ रोड पर स्थित डॉ. आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में संपन्न होने जा रहा है। इसमें महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, डॉ. फारूक अब्दुल्ला, डॉ. सुभाष कश्यप, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल और केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास आठवले मौजूद रहेंगे।
लोकमत पार्लियामेंटरी अवार्ड समिति के अध्यक्ष एवं लोकसभा के पूर्व महासचिव एवं संविधान विशेषज्ञ डॉ. सुभाष कश्यप की अध्यक्षता वाली जूरी ने संसदीय पुरस्कारों के लिए राज्यसभा और लोकसभा से चार-चार सांसदों का चयन किया। इस जूरी में लोकमत मीडिया समूह के एडिटोरियल बोर्ड के चेयरमैन एवं पूर्व सांसद डॉ. विजय दर्डा, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीररंजन चौधरी, सांसद भवतृहरि महताब, सांसद सी. आर. पाटिल, सांसद एन. के. प्रेमचंद्रन, सांसद तिरुचि शिवा, सांसद डॉ. रजनी पाटिल, एबीपी न्यूज के कार्यकारी उपाध्यक्ष राजीव खांडेकर और लोकमत समूह के राष्ट्रीय संपादक हरीश गुप्ता शामिल थे।