नई दिल्ली: कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर ने मंगलवार को 1984 के सिख विरोधी दंगों से संबंधित एक मामले में अपनी आवाज का नमूना सीबीआई को सौंपने के बाद कहा कि मैंने क्या किया है? अगर मेरे खिलाफ सबूत हैं, तो मैं खुद को फांसी देने के लिए तैयार हूं...यह 1984 के दंगों के मामले से संबंधित नहीं था, जिसके लिए वे मेरी आवाज (नमूना) चाहते थे, बल्कि एक और मामला था।"
केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली के पुल बंगश इलाके में 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों के मामले में आवाज का नमूना लेने के लिए मंगलवार को कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर को तलब किया था। पीटीआई ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि एजेंसी को 39 साल पुराने सिख विरोधी दंगों के मामले में नए सबूत मिले, जिसके बाद टाइटलर की आवाज का नमूना लेने की जरूरत पड़ी।
दंगों के दौरान पुल बंगश इलाके में कथित तौर पर तीन लोग मारे गए थे। वर्ष 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके सिख अंगरक्षकों द्वारा हत्या किए जाने के बाद देश में सिख समुदाय पर कथित तौर पर हिंसक हमले किए गए थे। बताते चलें कि जगदीश टाइटलर 2004 में मनमोहन सिंह सरकार में मंत्री भी बने लेकिन विरोध के तूफान में उन्हें पद छोड़ना पड़ा था।
(भाषा इनपुट के साथ)