मुंबईः महाराष्ट्र विकास अघाड़ी (MVA) ने छत्रपति शिवाजी महाराज पर विवादित टिप्पणी को लेकर एकनाथ शिंदे सरकार और महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के खिलाफ मुंबई में विरोध मार्च निकाला है। वहीं भाजपा एमवीएम के मार्च के खिलाफ 'माफी मांगो आंदोलन' कर रही है।
महाराष्ट्र के पूर्व CM उद्धव ठाकरे, महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले, NCP नेता अजीत पवार छत्रपति शिवाजी महाराज पर विवादित टिप्पणी को लेकर एकनाथ शिंदे सरकार व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के खिलाफ निकाले गए विरोध मार्च में शामिल हुए। इसका वीडियो भी सामने आया है जिसमें वे शिवसेना के सैकड़ों कार्यकर्ताओं के बीच नजर आ रहे हैं।
यह मार्च रिचर्डसन एंड क्रुडास कंपनी, बायकुला से जेजे फ्लाईओवर से होते हुए छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) तक होगा। पूरा इलाका तीनों पार्टियों के झंडों और फ्लेक्स से भरा हुआ है। वहीं शिंदे कैंप का 'माफी मांगो आंदोलन' पूरे मुंबई में आयोजित किया जा रहा है। दोनों खेमों की तरफ से हो रहे प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन ने सड़कों पर भारी मात्रा में पुलिसबल की तैनाती की है।
भाजपा और शिंदे के नेतृत्व वाली पार्टी जानबूझकर विरोध प्रदर्शन कर रही हैः शिवसेना विधायक
उद्धव ठाकरे की शिवसेना खेमे के विधायक राजन विचारे ने कहा कि “भाजपा और शिंदे के नेतृत्व वाली पार्टी जानबूझकर विरोध प्रदर्शन कर रही है। वे हमारे आंदोलन से लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन वे सफल नहीं होंगे क्योंकि यह एक अभूतपूर्व मोर्चा बन जाएगा।'' एमवीए की जन रैली का मुकाबला करने के लिए, बीजेपी पूरे मुंबई में छह स्थानों पर 'माफी मांगो आंदोलन' आयोजित कर रही है। भाजपा शिवसेना नेताओं द्वारा महाराष्ट्र के महापुरूषों और संतों के कथित अपमान का विरोध कर रही है।
एमवीए के प्रदर्शन मार्च में शामिल नहीं हुए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा है कि वह अपनी पूर्व की प्रतिबद्धताओं के कारण शनिवार को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के खिलाफ महा विकास आघाड़ी (एमवीए) के प्रदर्शन मार्च में शामिल नहीं होंगे। एक ट्वीट में चव्हाण ने मार्च के प्रति अपना समर्थन जताया और कहा कि वह नांदेड़ में पहले से तय एक विवाह कार्यक्रम में शिरकत करने की योजना के कारण इस प्रदर्शन में हिस्सा नहीं ले पाएंगे।
उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी अमिता चव्हाण प्रदर्शन मार्च में शामिल होंगी। अशोक चव्हाण 2008 और 2010 के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे। वह कांग्रेस के उन विधायकों में शामिल हैं, जो इस साल जून में विधानसभा में एकनाथ शिंदे नीत सरकार के विश्वास मत के दौरान सदन से गैरहाजिर थे।
एमवीए के घटक दल शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि शिवाजी महाराज और महात्मा ज्योतिबा फुले जैसी शख्सियतों के ‘‘अपमान’’, कर्नाटक की सीमा से लगे क्षेत्रों में मराठी भाषियों के साथ ‘‘अत्याचार’’ और औद्योगिक परियोजनाओं के राज्य से बाहर होने के खिलाफ मुंबई में प्रदर्शन किया जा रहा है। मार्च दक्षिण मुंबई में जे जे अस्पताल और छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस के बीच निकाला गया।
2,500 पुलिसकर्मियों को सड़कों पर तैनात किया गया है
अधिकारियों ने कहा कि कोई अप्रिय घटना न हो इसके लिए करीब 2,500 पुलिसकर्मियों को सड़कों पर तैनात किया गया है। इसके अलावा, कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए 317 पुलिस अधिकारी, 1,870 कांस्टेबल, राज्य रिजर्व पुलिस बल के 22 प्लाटून और दंगा नियंत्रण पुलिस के कम से कम 30 दस्ते मौजूद रहेंगे।