नई दिल्ली: भारतीय गणतंत्र के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी है। इस चुनाव में भाजपा के नेतृत्व में राजग की तरफ से द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष की तरफ से यशवंत सिन्हा उम्मीदवार हैं। राजग उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की जीत तय मानी जा रही है। मूर्मु की जीत तय मानकर उनके पैतृक गांव में जश्न की तैयारियां जारी हैं। इसके लिए मुर्मू के गांव में बांटने के लिए 20 हजार लड्डू तैयार किए जा रहे हैं।
ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर से करीब 280 किलोमीटर दूर उपरबेडा में मतगणना शुरू होने से पहले ही लोग जश्न के मूड में आ चुके हैं। मुर्मू का जन्म और पालन-पोषण इसी सुदूर आदिवासी गाँव में हुआ था, अब इस गांव के लोग "ओडिशा की बेटी" के लिए गर्वित और आनंदित हैं। उपरबेडा गांव के लोग इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि पहली बार कोई आदिवासी बेटी देश के सर्वोच्च पद पर पहुंचेगी।
मुर्मू की जीत की खुशी में बांटने के लिए लड्डू बना रही एक महिला ने कहा कि “आज मैं बहुत खुश हूं, इसलिए मैं राष्ट्रपति बनने वाली महिला द्रौपदी मुर्मू की जीत के लिए लड्डू बना रही हूं। गांव में बड़े पैमाने पर 20 हजार लड्डू तैयार किए जा रहे हैं। उनकी जीत के बाद ये सारे लड्डू पूरे गांव में बांट दिए जाएंगे।"
द्रौपदी मुर्मू की जीत पक्की मान रहे लोक कलाकारों और आदिवासी नर्तकियों ने भी अपने प्रदर्शन का पूर्वाभ्यास किया। ये कलाकार परिणाम घोषित होते ही सड़कों पर उतरने के लिए तैयार हैं। ओडिशा में लोक कलाकार देश की पहली आदिवासी महिला के राष्ट्रपति बनने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
द्रौपदी मुर्मू की जीत इसलिए पक्की मानी जा रही है क्योंकि चुनाव में उन्हें 27 दलों का समर्थन मिला था। जबकि विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत केवल 14 राजनीतिक दलों का समर्थन ही जुटा पाए। 15वें राष्ट्रपति को चुनने के लिए सोमवार को मतदान हुआ था और संसद भवन में 99.18 प्रतिशत मत पड़े थे। देश के दस राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश में 100 फीसदी वोटिंग हुई थी।