कोरोना वायरस का टीका अब 45 साल से ऊपर का कोई भी शख्स लगा सकेगा। केंद्रीय कैबिनेट में इस संबंध में फैसला लिया गया। प्रकाश जावड़ेकर मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी दी। प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि 1 अप्रैल से कोई भी 45 साल की उम्र से अधिक का शख्स रजिस्ट्रेशन कराकर टीका ले सकता है।
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जो लोग टीका लगवाने के योग्य हैं, वे उन सभी से जल्द से जल्द रजिस्ट्रेशन करा लेने की अपील करते हैं। इससे पहले तक 60 साल से अधिक लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा रहा था। साथ ही 45 साल से अधिर के उन लोगों को कोरोना टीका लगाने की इजाजत दी गई थी, जिन्हें गंभीर बीमार हुई हो।
ऐसे में नए गाइडलाइन के बाद वैक्सीन लगाने के लिए 45 साल से ऊपर के व्यक्ति को डॉक्टर का सर्टिफिकेट लाने की जरूरत नहीं होगी। अगर 45 से ऊपर उम्र है, तो उसे वैक्सीन दी जाएगी।
गौरतलब है कि कोविशील्ड वैक्सीन की दूसरी डोज की समयावधि में इजाफा किया गया है। उभरते वैज्ञानिक साक्ष्य और कोविड-19 विशेषज्ञ समूह की सिफारिश पर केंद्र सरकार ने यह निर्णय लिया है।
राज्यों को निर्देश दिए गए हैं कि कोविशील्ड की पहली डोज लगने के 4 से 6 सप्ताह बाद दूसरी खुराक दी जा रही है, अब इसे 6 से 8 सप्ताह कर दिया जाए। इसके अलावा इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि आठ सप्ताह से ज्यादा कोविशील्ड की दूसरी डोज का अंतराल न रहे।
देश में सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों सहित फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोरोना का टीका लगाया गया था। इसके बाद 60 साल से अधिक के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही थी। प्रकाश जावड़ेकर ने ये भी जानकारी दी कि देश में 4.85 करोड़ लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
बता दें कि देश में कोरोना वैक्सीन लगाने की शुरुआत 16 जनवरी से हुई थी। इसके बाद तेजी से देश में वैक्सीन लगाने का काम जारी है। हालांकि, एक बार फिर देश में कोरोना की लहर भी तेज हो गई है। भारत पिछले करीब 13 दिनों से लगातार कोरोना के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है।