Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad:दिल्ली विश्वविद्यालय में तीन साल बाद हुए छात्र संघ चुनाव में एक बार फिर से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने तीन सीटों पर जीत पक्की की. एबीवीपी की तरफ से अध्यक्ष पद पर तुषार डेढा, सचिव पद पर अपराजित और सह सचिव पद पर सचिन बैंसला ने भारी मतों से जीत दर्ज की.
जीते हुए उम्मीदवारों ने छात्र संघ के कार्यालाय में हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार पूजा हवन कर विधि पूर्वक अपना अपना पद ग्रहण किया. इधर सभी उम्मीदवारों ने डीयू में पढ़ने छात्रों को भरोसा दिलाया है कि जिन मुद्दों को लेकर उन्होंने हमें वोट किया. हम उनके मुद्दों को उठाएंगे और हल कराने की भरपूर कोशिश करेंगे.
इधर चुनाव जीतने के बाद एबवीपी को मनोबल सातवें आसमान पर है. इस बात का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि एबीवीपी 8 अक्टूबर रविवार से सदस्यता अभियान शुरू करने जा रही है. एबीवीपी दिल्ली के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक आशुतोष सिंह ने कहा कि दिल्ली में इस साल यह दूसरी बार हो रहा है जब हम सदस्यता अभियान शुरू कर रहे हैं.
उन्होंने बताया कि यह अभियान 8 अक्टूबर से शुरू होकर 13 अक्टूबर तक चलेगा. उन्होंने बताया कि इससे पहले साल का पहला सदस्यता अभियान हमने स्कूलों में पढ़ने वाले ग्यारहवीं और बारहवीं क्लास के छात्रों के बीच चलाया था. 13 अक्टूबर तक चलने वाले यह अभियान हमारे लिए खास इसलिए हैं.
क्योंकि जहां एक तरफ हम छात्र संघ का चुनाव जीतकर सदस्यता अभियान शुरू कर रहे हैं होंगे वहीं इस साल एबीवीपी के 75 साल पूरे होने पर दिल्ली में ही राष्ट्रीय अधिवेशन होगा. इस अधिवेशन के लिए पहले ही लॉगो जारी कर दिया गया है.
देश का सबसे बड़ा छात्र संगठन
एबीवीपी के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक आशुतोष सिंह ने बताया कि एबीवीपी के देश भर में करीब 45 लाख सदस्य हैं. यह देश की सबसे बड़ी छात्र संगठन हैं. उन्होंने बताया कि दिल्ली में होने वाले एबीवीपी के राष्ट्रीय अधिवेशन में यह घोषणा की जाएगी.
बीते एक वर्ष में एबीवीपी ने कितने लाख छात्र को जोड़ने का काम किया है. उन्होंने बताया कि इस अधिवेशन में करीब 10 हजार कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे.उन्होंने बताया कि दिल्ली में लगभग एक लाख छात्र एबीवीपी के सदस्य हैं.
दिल्ली के 92 कॉलेज में चलेगा सदस्यता अभियान
दिल्ली से संबद्ध 92 कॉलेज में एबीवीपी की छात्र ईकाई है. इन सभी कॉलेज में इस साल शेक्षणिक सत्र 2023.24 में स्नातक, परस्नातक, बीटेक सहित अन्य पाठ्यक्रम में सैकड़ों की तदाद में छात्रों ने दाखिला लिया है. एबीवीपी इन सभी नए छात्रों को अपने सदस्यता अभियान के तहत जोड़ने का काम करेगी.
यह अभियान डीयू के अलावा जेएनयू, जामिया जैसे विश्वविद्यालय में भी चलाया जाएगा. छात्र संघ चुनाव जीत चुके एबीवीपी के उम्मीदवार भी इस सदस्यता अभियान में हिस्सा लेंगे और ज्यादा से ज्यादा छात्रों को जोड़ने का काम करेंगे.