नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती के दिन शोभा यात्रा के दौरान हुई हिंसा के बाद रविवार को दोनों समुदाय के लोगों ने तिरंगा यात्रा निकालकर भाई-चारे और सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश दिया है। जहांगीरपुरी के कुशल चौक से शुरू हुई ये तिरंगा यात्रा आजाद चौक पर खत्म हुई। यात्रा में शामिल लोगों ने भारत माता की जय के नारे लगाए। लोगों ने अपने घर की छतों से तिरंगा यात्रा पर फूल बरसाए।
दोनों समुदाय के लोगों द्वारा निकाली गई तिरंगा यात्रा में बड़ी मात्रा में लोग शामिल हुए। यात्रा में करीब 50 लोगों के शामिल होने की जानकारी दी गई थी, लेकिन कहीं ज्यादा लोग शामिल हुए। यह यात्रा पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच निकाली गई। इस यात्रा का मकसद इलाके में अमन-चैन को बनाए रखने का संदेश देना था।
उत्तर-पश्चिम दिल्ली की डीसीपी उषा रंगनानी ने बताया कि परसों हुई मीटिंग में दोनों समुदाय की तरफ से तिरंगा यात्रा निकालने के लिए अनुमति मांगी गई थी। उन्होंने कहा, आज (रविवार को) इस तिरंगा यात्रा में दोनों समुदाय आपस में मिलकर लोगों से सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील करेंगे। यहां सुरक्षा का पूरा इंतजाम किया गया है।
गौरतलब है कि हनुमान जयंती के दिन निकाली गई शोभायात्रा में हुई हिंसा के दौरान 9 लोग घायल हुए थे जिनमें 8 पुलिस अधिकारी थे। मामले में पुलिस ने 23 लोगों को गिरफ्तार किया है। मामले में 5 आरोपियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की गई है।