चीन का दावा है कि पाक से उसकी दोस्ती अटूट है लेकिन वह उसे भी ठगने से बाज नहीं आता। अपने कर्ज पर 15 से 18 प्रतिशत ब्याज लेता है। इमरान खान प्रधानमंत्नी बनने के पहले इस चीनी कर्ज का कड़ा विरोध करते थे।
...
सवाल यह नहीं है कि 59 मिनट में एक करोड़ का लोन मिल जाए। याद कीजिए मोदी सरकार का पहला बजट। कॉर्पोरेट/उद्योगों के लिए रास्ता खोलता बजट। भाषण देते वक्त वित्त मंत्नी यह कहने से नहीं चूकते कि कॉर्पोरेट और इंडस्ट्री के पास धंधा करने का अनुकूल रास्ता बनेगा
...
हमारी संस्कृति में संस्कार, अच्छी शिक्षा, उदारता और परोपकार को भी वैभवशाली व्यक्ति के प्रमुख लक्ष्णों में रखा गया है। ऐसे व्यक्ति समाज में सम्मान पाते हैं यानी ये सारे गुण हमारे लिए धन हैं।
...
कालांतर में भारत की अनेक धरोहरों के गुम होते जाने पर संयुक्त राष्ट्र ने चिंता जाहिर की है। यूएन ने कहा है कि विभिन्न कलाओं, शिल्पकारों व अन्य विरासतों की एक सूची तैयार करने की योजना प्रारंभ करेगा।
...
शहाबुद्दीन कैसे चार बार प्रजातंत्न के सबसे ‘पवित्न मंदिर’ लोकसभा में चुन कर आता है और क्यों किसी लालू यादव को यह संदेश नहीं जाता कि भ्रष्टाचार और अपराध की प्रजातंत्न में जगह नहीं? कैसे किसी राजनीतिक दल का नेता जनमंच से चेतावनी दे सकता है कि आस्था के
...
समय के साथ भारत से जापान की साङोदारी बढ़ती गई है। आज मेट्रो, हाईस्पीड ट्रेन, बुलेट ट्रेन, फ्रेट कॉरिडोर, ऑटो सेक्टर, इलेक्ट्रॉनिक, इन्फ्रास्ट्रक्चर, पावर समेत भारत के अनेक क्षेत्नों में जापान का निवेश है।
...
सारी दुनिया में गरीब लोग रोजी-रोटी की खोज में दूसरे शहर यहां तक कि दूसरे देश भी जाते रहे हैं। जहां जहां वे गए हैं उन देशों को और उन शहरों को उन्होंने विकसित किया है।
...
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण की हाल ही में आई रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि बिहार के शून्य से पांच साल तक के 48़ 3 फीसदी बच्चे कुपोषण की वजह से बौनेपन का शिकार हैं।
...
तेलुगू देशम पार्टी के नेता चंद्रबाबू नायडू के भाजपा हटाओ के नारे का असली अर्थ है- मोदी हटाओ। मोदी हटाओ इसलिए कि भाजपा के विरुद्ध जितने भी आरोप लगाए जा रहे हैं, वे वास्तव में मोदी के विरुद्ध ही हैं।
...
सरकार को तो जनता ने ही चुना है। सीबीआई के मामले में वित्त मंत्नी अरुण जेटली ने कहा कि चुनी हुई सरकार से बड़ा दूसरा कोई कैसे हो सकता है। संस्थानों में ठीक से काम हो यह सरकार नहीं तो और कौन देखेगा।
...