अपने देश के किसानों की दुर्दशा देख मुझे रोना आता है. हम हर क्षेत्र में तरक्की कर रहे हैं. हमारे पास बेहतर तकनीक है. फिर भी हमारे किसान इतने लाचार क्यों बने हुए हैं. आखिर क्यों वे आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं? ...
स्वतंत्रता संघर्ष के दौरान वे जिन मूल्यों के साथ रहे और प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने जैसे आधुनिक, धर्मनिरपेक्ष और बहुलतावादी भारत का निर्माण करना चाहा, उससे जुड़े उनके विचारों व कदमों की यह कहकर तो आलोचना की जा सकती है कि कई मामलों में वे कुछ ज् ...
ऐसा कहा जाने लगा था कि हिंदी माध्यम से देश की इस सबसे खास परीक्षा को उत्तीर्ण करना लगभग असंभव है. लेकिन साल 2022 के परिणाम बेहतर भविष्य की उम्मीद पैदा कर रहे हैं. ...
कुछ बरस पहले ऑस्ट्रेलिया यात्रा के दौरान सिडनी में हमारे साथ घूम रहे अप्रवासी भारतीय परिवार ने वहां चीनी अप्रवासियों की बहुतायत वाला चाइना टाउन घुमाते हुए एक सपाट सी आवाज में कहा कि सिडनी के एक दूसरे हिस्से में भी एक छोटा सा भारत बसता है, जहां बड़ी ता ...
सिंधिया ने दो दिनी यात्रा में एक साथ जैन, वैश्य, बाथम, राठौर, रावत और यादव समाज के लोगों से संवाद की शैली में बातचीत की. इन जातिगत संवादों से लग रहा है कि सिंधिया गुना से चुनाव लड़ने की इच्छा पाले हुए हैं. ...
भाजपा आलाकमान मई 2024 में लोकसभा चुनाव के साथ ही राज्य में विधानसभा चुनाव कराने के बारे में विचार कर रहा है. राज्य भाजपा नेतृत्व को उम्मीद है कि इस कदम से एमवीए बैकफुट पर आ जाएगा और विधानसभा सीटों के बंटवारे के मुद्दे पर उनकी एकता बिखर जाएगी. ...
लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण संसद-भवन नहीं संसद-भवन के भीतर होने वाली कार्यवाही है. कौन नहीं जानता कि पिछले कुछ सालों में हमारी संसदीय कार्यवाही में लगातार गिरावट आई है? ...