मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने और उनके साथ सामूहिक बलात्कार की घटना ने सांस्कृतिक रूप से महिलाओं को पूजने वाले हिंदुस्तान को पूरी दुनिया में शर्मसार किया है लेकिन देश में वह आक्रोश क्यों नहीं जो छोटी-छोटी बात पर उबल पड़ता है...? ...
एक अध्ययन में बताया गया है कि अधिकांश राज्यों में, सब कुछ मुख्यमंत्री और उनके कार्यालय द्वारा तय किया जाता है और अधिकांश मंत्री, शिक्षित हों या अशिक्षित, सिर्फ मोहरा बनकर रह गए हैं। यह किसी भी मानक से आदर्श स्थिति नहीं है। ...
कर्नाटक में मल्लिकार्जुन खड़गे ने गृह मंत्री, शिक्षा मंत्री, राजस्व मंत्री, परिवहन मंत्री, उद्योग मंत्री के रूप में शानदार और परिवर्तनकारी काम किए. वीरप्पन का एनकाउंटर, भूमि सुधार कानून, केंद्र में रेलवे, श्रम, सामाजिक न्याय मंत्री के रूप में उन्होंन ...
अगर घटक दलों की संख्या शक्ति का पैमाना है तो बाजी सत्तारूढ़ भाजपा के हाथ मानी जा सकती है, जो अपने गठबंधन ( एनडीए ) का कुनबा, उसके रजत जयंती वर्ष में 38 तक पहुंचाने में सफल रही। ...
अमित शाह एक तरह से राजस्थान में जीत हासिल करने को लेकर बेहद आश्वस्त हैं. मध्य प्रदेश में भी बहुत मेहनत कर रहे हैं, जहां सभी सर्वेक्षणों में कहा गया है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कमजोर स्थिति में हैं. ...
दिल्ली का जो मंजर बीते सप्ताह बल्कि पखवाड़े में दिखा उसने हर किसी को डराकर रख दिया. अव्यवस्थाओं की इतनी सारी पोल खुली जिसने पूरे देश को झकझोर दिया. ...
भारत, चीन, इजराइल और जापान की चांद पर जाने की तैयारियों से प्रेरित होकर नासा ने चंद्रमा पर दोबारा नहीं जाने की अपनी कसम तोड़ दी और आर्टेमिस मून मिशन के रूप में चंद्रमा पर इंसान को भेजने की एक व्यापक योजना पेश कर दी है. ...
प्रादेशिक पार्टियों का अपना आंतरिक संगठन ढांचा भी ऐसा है कि बड़े दल इसमें सेंध लगाने में कामयाब होते हैं. इन पार्टियों में वर्षों तक संगठन चुनाव नहीं होते, एक परिवार या एक गुट का वर्चस्व बना रहता है और दूसरी तीसरी कतार के नेता अवसर मिलने के इंतजार मे ...