अपने इस कॉलम में मैं आम तौर पर किसी व्यक्ति विशेष के बारे में कभी नहीं लिखता हूं। लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो लीक से अलग हटकर सोचते हैं और सफलता की नई इबारत रचते हैं। ऐसे ही एक शख्स हैं संजीव मेहता, वे नेतृत्व की एक प्रेरणादायी कहानी हैं। इसीलिए म ...
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो जब भारत पर एक खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का बेतुका आरोप लगा रहे हैं तब मुझे उनके पिता पियरे ट्रूडो की हठधर्मिता, वोट बैंक की राजनीति और उनकी खौफनाक बेवकूफियां याद आ रही हैं। पियरे ट्रूडो ने भी व ...
एलियंस यानी दूसरे ग्रह के अनजान जीवों की मौजूदगी का सवाल एक बार फिर चर्चा में है। जब भी कहीं कोई यूएफओ (अनआइडेंटिफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट) यानी उड़न तश्तरी दिखाई देती है तो एलियंस को लेकर चर्चाएं गर्म हो जाती हैं। ...
अंग्रेजों ने हम पर कब्जा किया तो इंडिया शब्द हम पर चस्पा हो गया। आम आदमी के लिए यह देश भारत और हिंदुस्तान ही रहा। हमें सोच के हर उस बंधन को काटना होगा जो हमारी संस्कृति के लिए घातक है। ...
चांद पर चंद्रयान-3 के उतरने का वक्त जैसे-जैसे करीब आ रहा था, हर भारतवासी की धड़कनें तेज हो रही थीं। उसी बीच जब यह खबर मिली कि अंतरिक्ष के जाने-माने खिलाड़ी रूस का लूना-25 चकनाचूर हो गया तो धड़कनें और बढ़ गईं लेकिन मेरा मन कह रहा था कि इस बार तो सफलता ...
प्रधानमंत्री आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएएसी-पीएम) के अध्यक्ष बिबेक देबरॉय ने इस स्वतंत्रता दिवस पर अपने लेख में भारत के लिए नए संविधान की जरूरत बताई तो मैं हैरत में पड़ गया! कोई अपनी आत्मा बदलता है क्या? हमारा संविधान हमारे लोकतंत्र की आत्मा है। ...
जरा सोचिए कि यदि हिंदुस्तान का बच्चा-बच्चा उठ खड़ा होता तो क्या किसी गजनी, किसी तैमूर या किसी नादिर की औकात होती कि वह सोने की चिड़िया को लहूलुहान करके जाता? हजारों-हजार लोगों का कत्लेआम करके जाता? या फिर ईस्ट इंडिया कंपनी हम पर कब्जा कर लेती और हम ब ...