वरिष्ठ पत्रकार और फिल्मकार। राज्य सभा टीवी के पूर्व कार्यकारी निदेशक। वॉयस ऑफ इंडिया, इंडिया न्यूज, सीएनईबी, बीएजी फिल्मस, आज तक, नई दुनिया इत्यादि मीडिया संस्थानों में वरिष्ठ पदों पर रहे।Read More
आज के संकट के दौर में राजनीति में छवि चमकाने का कोई मौका कई नेता नहीं छोड़ रहे हैं. सवाल ये भी है कि जब लोकतंत्र में सामूहिक नेतृत्व ही सबकुछ है तो किसी एक व्यक्ति को महिमामंडित करने की परंपरा कितनी उचित है. ...
कोरोना संकट के इस दौर में विभिन्न चिकित्सा प्रणालियों में श्रेष्ठता को लेकर बहस चल पड़ी है. संकट के इस दौर में ऐसी बहसों से भ्रम भी फैलता है और ऐसा हो भी रहा है। ...
कोरोना महामारी ने शिक्षा तंत्र पर भी गहर असर डाला है. कई किशोरों और नौजवानों के दो अहम साल मिट्टी में मिल गए हैं. इसके बीच आधी-अधूरी व्यवस्था ने भी छात्रों के लिए मुश्किल खड़ी की है. ...
कोरोना संकट के इस दौर में पत्रकारिता के तमाम अवतार यदि व्यवस्था की नाकामियों को उजागर करते हैं तो क्या इसे राष्ट्रीय हित से जोड़ कर नहीं देखा जा सकता है? ...
भाजपा के शिखर पुरुषों को पता ही नहीं चला कि कब उनकी पार्टी खामोशी से कांग्रेस पार्टी में तब्दील हो गई. यानी वह पक्ष और विपक्ष दोनों खुद ही बन बैठी थी. ...
कोरोना की दूसरी लहर ने पूरी व्यवस्था की खामियों को सामने लाकर रख दिया है. ये पहली बार नहीं है. इससे पूर्व भी कई बार आपदाओं के समय हम ऐसे ही नाकाम होते रहे हैं. ...
दमोह सीट पर भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं प्रदेश के पूर्व मंत्री जयंत मलैया वर्ष 1990 से 2018 तक छह बार विधायक रहे, लेकिन नवंबर 2018 में हुए चुनाव में उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी राहुल सिंह लोधी ने मात्र 798 मतों से पराजित कर दिया था. ...