नई दिल्ली: इटली प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने सामने आए अपने डीपफेक वीडियो के लिए 1,00,000 यूरो ($109,345) रुपए हर्जाने के रुप में मांगा है। उनका डीपफेक एडल्ट वीडियो सोशल मीडिया पर सर्कुलेट बहुत तेजी से हो रहा है। जांच में पता चला है कि इटली की प्रधानमंत्री के चेहरा का गलत इस्तेमाल कर एडल्ट वीडियो बनाया गया और इसके बाद सोशल मीडिया साइट्स पर अपलोड कर दिया। बीबीसी के अनुसार, इसके पीछे 40 वर्षीय व्यक्ति और उसके 73 वर्षीय पिता ने ऐसा किया और उनपर इटली की पीएम ने मानहानि का केस दर्ज कराया है।
पुलिस के मुताबिक, वो वीडियो अपलोड करने के लिए उपयोग किए गए स्मार्टफोन को ट्रैक करके उनका पता लगाने में सक्षम थे। विचाराधीन डीपफेक वीडियो 2022 में उनके देश के प्रधान मंत्री के रूप में नियुक्त होने से पहले का है।
गौरतलब है कि इटली में मानहानि के कुछ मामले आपराधिक हो सकते हैं और इसके परिणामस्वरूप जेल की सजा हो सकती है। इटली पीएम मेलोनी 2 जुलाई, 2024 को अदालत के समक्ष गवाही देंगी। अभियोग में दावा किया गया है कि वीडियो संयुक्त राज्य अमेरिका में एक अश्लील वेबसाइट पर अपलोड किए गए थे और इसे कई महीनों में हजारों नहीं लाखों बार देखा गया।
इटली पीएम हर्जाने की राशि का करेंगी ऐसे इस्तेमालइतालवी प्रधान मंत्री की कानूनी टीम ने कहा कि क्षतिपूर्ति का अनुरोध प्रतीकात्मक था। उन्होंने कहा कि पीएम मेलोनी केस में मिलने वाले हर्जाने की पूरी राशि पुरुष हिंसा की शिकार महिलाओं की सहायता के लिए दान करेंगी। पीएम मेलोनी की वकील मारिया गिउलिया मारोंगियू ने कहा कि मुआवजे की मांग उन महिलाओं को एक संदेश भेजेगी जो सत्ता के इस तरह के दुरुपयोग की शिकार हैं और आरोप लगाने से नहीं डरती हैं।
डीपफेक वीडियो काफी हैरान करने वाला है, जो कि आर्टिफिसिलय इंटेलिजेंस की मदद से बनाया गया, जिसका वीडियो और ऑडियो गलत तरीके से बनाया गया। लेकिन, यह पूरी तरह से सच लगा, जबकि इसका खंडन करते हुए पीएम ने साफ इनकार किया।