लखीमपुर खीरी: किसान आंदोलन के दौरान पिछले साल उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों पर कार चढ़ाने के मामले में मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा एक बार फिर चर्चा में हैं। ट्विटर पर सोमवार सुबह से '#मुजरिम_है_VIP_नहीं' ट्रेंड कर रहा है। दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा 24 अप्रैल से जेल में हैं। इस दौरान भीषण गर्मी के बीच आशीष को जेल में वीवीआईपी ट्रीटमेंट मिलने की खबरें सामने आई हैं।
तीन दिन पहले दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया था कि लखीमपुर जेल में आशीष मिश्रा के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। इसमें खाने-पीने से लेकर अन्य इंतजाम शामिल हैं। रिपोर्ट के अनुसार बैरक में आशीष मिश्रा के लिए चार कूलर लगवाए गए हैं और स्पेशल पान भी बाहर से मंगाया जा रहा है। आशीष मिश्रा को अन्य बंदियों से अलग रखा गया है और नए गद्दे और चादर की व्यवस्था की गई।
ट्विटर पर ट्रेंड हुआ '#मुजरिम_है_VIP_नहीं'
आशीष मिश्रा को वीवीआईपी ट्रीटमेंट दिए जाने संबंधी खबरों के बीच ट्विटर पर यूजर्स जमकर इसकी आलोचना कर रहे हैं।
बता दें कि पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट ने आशीष मिश्रा को इलाहाबाद हाई कोर्ट द्वारा दी गई जमानत सोमवार को रद्द कर दी थी। उच्चतम न्यायालय ने कहा था कि उच्च न्यायालय ने अप्रासंगिक विवेचनाओं को ध्यान में रखा और प्राथमिकी की सामग्री को अतिरिक्त महत्व दिया।
पिछले साल तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में हिंसा के दौरान आठ लोग मारे गए थे। यह हिंसा तब हुई थी जब किसान उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के इलाके के दौरे का विरोध कर रहे थे।
उत्तर प्रदेश पुलिस की प्राथमिकी के अनुसार, एक वाहन जिसमें आशीष मिश्रा बैठे थे, उसने चार किसानों को कुचल दिया था। घटना के बाद गुस्साए किसानों ने वाहन चालक और दो भाजपा कार्यकर्ताओं को कथित तौर पर पीट-पीट कर मार डाला था। इस दौरान हुई हिंसा में एक पत्रकार की भी मौत हो गई थी।