दिल्ली में पिज्जा डिलीवरी करने वाले डिलीवरी मैन के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद अब उस इलाके खाने पीने के सामान की सप्लाई करने वालों सभी लोगों की मेडिकल जांच की जाएगी. पिज्जा डिलीवरी ब्यॉय के संपर्क में आने वाले 89 लोगों को घर पर क्वारंटाइन में रखा गया है. पिज्जा पहुंचाने वाले 19 वर्षीय लड़के में 14 अप्रैल को कोरोना वायरस संक्रमण कन्फर्म होने के बाद हड़कंप मचा हुआ है. इस लड़के राजीव गांधी सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल में इलाज चल रहा है. लड़का जहां काम करता था वो दुकान फिलहाल बंद कर दी गयी है.सत्येंद्र जैन, स्वास्थ्य मंत्री, दिल्लीसाउथ दिल्ली के जिलाधिकारी बी एम मिश्रा के अनुसार इस डिलीवरी ब्वॉय ने कुल 72 लोगों के यहां पिज्जा पहुंचाया था. अब इन सभी लोगों को उनके घर पर क्वारटाउन में रखा गया है. इस घटना से अलर्ट प्रशासन खाने पीने के सामान की डिलीवरी करने वाले सभी लोगों की मेडिकल जांच करवाने की तैयारी में है. इससे फायदा ये होगा कि जिनमें बीमारी के लक्षण हों उन्हें दूसरों के घरों तक जाने से रोका जा सके. वहीं बताया जा रहा है कि पिज्जा पहुंचाने वाला लड़का कुछ समय से बीमार था और उसे मार्च के तीसरे हफ्ते से सर्दी जुकाम था. इसके बाद वह अस्पताल गया, जहां जांच में उसके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई. जिला प्रशासन ने पिज्जा डिलीवरी करने वाले लड़के से सबसे पहले संपर्क में आने वाले उसके 17 सहकर्मियों को छतरपुर के क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है. इस लड़के ने मालवीय नगर और हौजरानी समेत दक्षिण दिल्ली क्षेत्र के 72 लोगों के घर डिलीवरी की थी उन लोगों में अभी तक कोरनावायरस संक्रमण के लक्षण नहीं दिखे हैं, लेकिन अगर वो लोग चाहेंगे तो उनकी जांच कराई जाएगी. ये सभी लोग 5 किलोमीटर के इलाके में रहते है. प्रशासन अभी यह पता लगाने में जुटा हुआ है कि विदेश यात्रा न करने और किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में न आने के बावजूद पिज्जा डिलीवरी करने वाले लड़के को संक्रमण कैसे हुआ. इस लड़के ने डिलीवरी के दौरान मास्क और ग्लव्स भी पहने हुए थे. कई टीमों को पिज्जा पहुंचाने वाले लड़के के संपर्क में आने वाले लोगों की तलाश के लिए लगाया गया है. बता दें, दिल्ली में कोरोना वायरस के अब तक 1578 कन्फर्म केस सामने आए हैं और अब तक 32 लोगों की मौत हो गयी है. दिल्ली में अब तक 42 लोग इलाज के बाद ठीक हो चुके है.