यूक्रेन सोवियत संघ के विघटन के बाद 1991 में रूस से अलग हुआ था। यूक्रेन के हालांकि बाद के वर्षों में NATO से जुड़ने की कोशिश से रूस असहमति दिखाता रहा है। रूस को लगता है कि यूक्रेन NATO से जुड़ने से उसकी सुरक्षा हमेशा खतरे में रहगी। रूस का मानना है कि अमेरिका सहित नाटो के अन्य सदस्य देशों की सेनाएं उसकी सीमा के बेहद करीब आ जाएंगी और वह एक तरह से चारों ओर से घिर जाएगा। इसी के खिलाफ रूस कदम उठाने की बात कर रहा है और यूक्रेन पर कार्रवाई की बात कर रहा है। Read More
यूक्रेन की राष्ट्रीय सड़क प्रणाली का जिम्मा उठाने वाली सरकारी एजेंसी उक्रावतोदोर के मुताबिक, वह उन रोड साइन्स को हटा रही है जिनका इस्तेमाल रूसी सेना कर सकती है। ...
Russia Ukrian war: यूक्रेन में फंसे भारतीयों की मदद के लिए भारत सरकार की ओर से नया ट्विटर हैंडल जारी किया गया है। भारत इस समय यूक्रेन के पड़ोसी देशों से रास्ते अपने नागरिकों को निकालने में जुटा है। ...
रूस-यूक्रेन जंग का असर व्यापार पर तो होगा ही. सबसे ज्यादा असर पेट्रोलियम पदार्थो की कीमतों में भीषण उछाल के कारण पड़ेगा. भारत अपनी जरूरत का 85 फीसदी पेट्रोलियम पदार्थ आयात करता है. ...
अभिनेत्री नतालिया कोझेनोवा ने कहा "मेरा पूरा परिवार यूक्रेन के रिवने शहर में रहता है। जिसमें मेरी माँ, सौतेले पिता, दो भाई और दो भतीजे शामिल हैं। मेरे देश में स्थिति विकट है। रूसियों ने हम पर आक्रामक रूप से हमला किया है।" ...
संयुक्त राष्ट्र महासभा की आपातकालीन बैठक बुलाने के लिए सुरक्षा परिषद के 15 में 11 सदस्य देशों ने समर्थन में किया वोट किया। वहीं, भारत ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया। रूस ने इसके खिलाफ मतदान किया। ...