रक्षाबंधन का शुभ पर्व हर भाई और बहन के लिए बेहद खास होता है। इस दिन हर बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और उससे सुरक्षा का वचन लेती है। बहन अपने भाई को राखी बांधती है और भाई उसकी रक्षा का संकल्प लेता है। रक्षाबन्धन एक हिन्दू व जैन त्योहार है जो प्रतिवर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। श्रावण (सावन) में मनाये जाने के कारण इसे श्रावणी या सलूनो भी कहते हैं। Read More
भाई-बहनों को अबकी बार वर्चुअल रक्षाबंधन से ही संतोष करना होगा. पिछले सात-आठ महीनों से कोरोना का भय समूचे संसार में व्याप्त है. सभी त्यौहार, शादी-विवाह समारोह आदि कार्यक्रमों में वर्चुअलरूपी खानापूर्ति हो रही है. ...
हाई कोर्ट ने अपने आदेश में यह भी कहा कि आरोपी रक्षाबंधन के मौके पर शिकायतकर्ता महिला के बेटे को 5,000 रुपये देगा, ताकि वह त्योहार पर नये कपड़े और मिठाइयां खरीद सके। ...
सावन माह की अंतिम तिथि पूर्णिमा है। इसी तिथि पर रक्षाबंधन मनाया जाता है। इस बार सुबह 9.29 बजे तक भद्रा रहेगी। भद्रा के बाद ही बहनों को अपने भाई की कलाई पर रक्षासूत्र बांधना चाहिए। ...
भाई-बहन के प्रेम उत्सव का प्रतीक पर्व रक्षाबंधन का पर्व इस बार तीन अगस्त को कई शुभ संयोग में मनाया जाएगा। इस बार श्रावणी पूर्णिमा के साथ महीने का श्रावण नक्षत्र भी पड़ रहा है इसलिए पर्व की शुभता और बढ़ जाती है। ...
कोविड-19 के प्रकोप ने मिठाइयों का कारोबार फीका कर दिया है। महामारी की मार के साथ ही अलग-अलग राज्यों में प्रशासन के कथित कुप्रबंधन के कारण रक्षाबंधन पर मिठाइयों की बिक्री घटकर आधी रह जाने का अनुमान है। ...
इस वर्ष रक्षा बंधन का पर्व 3 अगस्त 2020 सोमवार को मनाया जाएगा। इस रक्षाबंधन पर्व पर राहु शुक्र के साथ मिथुन राशि में केतु, गुरु के साथ धनु राशि में वक्रि रहेगा। ...
आज हम आपको इस वीडियो में बताएंगे कि रक्षाबंधन का पावन पर्व मनाने की शुरुआत कैसे हुई। आइए जानते हैं रक्षाबंधन से जुड़ी पौराणिक कथा... धार्मिक कथाओं के अनुसार एक बार राजा बलि अश्वमेध यज्ञ करवा रहे थे। उस वक्त भगवान विष्णु ने वामन अवतार लिया और राजा बलि ...