नवरात्रि यानी 'नौ-रात'। हिन्दू धर्म में ये त्योहार वर्ष में चार बार आता है-चैत्र, आषाढ़, आश्विन और माघ। चैत्र में चैत्र नवरात्रि और अश्विन में इस पर्व को शारदीय नवरात्रि के नाम से जाना जाता है। इन दो नवरात्रि से ठीक पहले गुप्त नवरात्रि आते हैं, जिन्हें गुप्त एवं तांत्रिक साधनाओं के लिए जाना जाता है। लेकिन हिन्दू परिवारों में चैत्र और शारदीय नवरात्रि का महत्व है और इसे ही विशेष रूप से मनाया जाता है। Read More
धर्म शास्त्रों के अनुसार वर्ष में चार बार नवरात्रि का पर्व आता है, किन्तु इनमें से दो नवरात्रि - चैत्र और आषाढ़ ही लोगों के बीच लोकप्रिय है। पुराणों के अनुसार चैत्र नवरात्रों का समय बहुत ही भाग्यशाली बताया गया है। इसका एक कारण यह भी है कि प्रकृति में ...
नवरात्रि यानी 'नौ-रातें'। हिन्दू धर्म में ये त्योहार वर्ष में चार बार आता है - चैत्र, आषाढ़, आश्विन और माघ। चैत्र में चैत्र नवरात्रि और अश्विन में इस पर्व को शारदीय नवरात्रि के नाम से जाना जाता है। इन दो नवरात्रि से ठीक पहले गुप्त नवरात्रि आते हैं जि ...
Chaitra Navratri 2019: देवी के इस रूप को 'ब्रह्मचारिणी' के नाम से भी जाना जाता है। आइए जानते हैं देवी से जुड़ी पौराणिक कथा, पूजा विधि एवं जानें किस मंत्र के जाप से देवी प्रसन्न होती हैं। ...
Chaitra Navratri 2019: यह पर्व दुर्गा के नौ रूपों को समर्पित है और इस दौरान सभी रूपों की पूजा और व्रत किया जाता है। प्रथम दिन 'मां शैलपुत्री' की पूजा की जाएगी। मां शैलपुत्री का व्रत करने से कुँवारी कन्याओं को योग्य वर की प्राप्ति होती है। ...
Chaitra Navratri 2019: नवरात्रि का पर्व कलश स्थापना के बिना अधूरा है। इसे शास्त्रीय भाषा में घटस्थापना की पूजा भी कहा जाता है। कलश स्थापना में नवरात्रि के व्रत एवं पूजन का स्नाकल्प लेते हुए पवित्र कलश के ऊपर शुद्ध नारियल विराजित किया जाता है। ...