इसरो के अध्यक्ष एस.सोमनाथ ने चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान बारे में कहा है कि अगर सब कुछ विफल हो जाता है, अगर सभी सेंसर विफल हो जाते हैं, कुछ भी काम नहीं करता है, फिर भी यह (विक्रम) लैंडिंग करेगा। इसे इसी तरह डिज़ाइन किया गया है। ...
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष एस. सोमनाथ ने कहा है कि चंद्रयान-3 का सर्वाधिक महत्वपूर्ण चरण कक्षा निर्धारण प्रक्रिया होगी, जब अंतरिक्षयान 100 किलोमीटर की वृत्ताकार कक्षा से चंद्रमा के करीब जाना शुरू करेगा। ...
Chandrayaan-3 Mission: यान का चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी के महत्वाकांक्षी 600 करोड़ रुपये के मिशन में एक बड़ा मील का पत्थर साबित हुआ। ...
आगामी 24 अगस्त को चंद्रयान 3 मिशन का रोबोटिक उपकरण चंद्रमा पर उस जगह उतरेगा जहां अब तक दुनिया का कोई भी देश अपने अभियान को सफलता पूर्वक अंजाम नहीं दे पाया है। साल 2019 में चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर की हार्ड लैंडिंग की वजह से मिशन खराब हो गया था। ...
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अंतरिक्ष में यात्री की मौत के बाद उसके अंतिम संस्कार की प्रक्रिया को लेकर अपनाये जाने वाले प्रोटोकॉल का खुलासा किया है। ...
लैंडर को सफलतापूर्वक चांद की सतह पर उतारने के लिए इसमें कई तरह के सुरक्षा उपकरणों को लगाया गया है। इसरो इस बार कोई खतरा उठाना नहीं चाहता और यही कारण है कि अगर अनुकूल परिस्थितियां नहीं रहीं तो लैंडिंग का समय बढ़ाकर इसे सितंबर में भी किया जा सकता है। ...
शेकलटन क्रेटर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर स्थित है। शेकलटन क्रेटर (Shackleton Crater)। यह एक ऐसी जगह है जहां अब तक दुनिया के किसी भी देश ने अपना लैंडर उतारने का कारनामा नहीं किया है। ...
चंद्रयान-3 चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग का प्रयास करेगा, जो चार साल पहले इसरो के असफल चंद्रयान-2 मिशन के बाद दूसरा प्रयास है। लैंडर और रोवर से सुसज्जित अंतरिक्ष यान, चंद्र कक्षा में प्रवेश के बाद प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग हो जाएगा। ...