माघ मेला की शुरुआत हर साल पौष पूर्णिमा से होती है और महाशिवरात्रि तक जारी होता है। इस डेढ़ महीने के दौरान पवित्र नदियों में स्नान और फिर दान की परंपरा है। पौष पूर्णिमा के अलावा जिन महत्वपूर्ण दिनों में स्नान और दान की परंपरा है, वे हैं- मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, वसंत पंचमी, माघी पूर्णिमा और महाशिवरात्रि। इसमें अमावस्या तिथि को बेहद शुभ माना गया है। ऐसी मान्यता है कि मौनी अमावस्या पर देवता धरती पर रूप बदलकर आते हैं और संगम में स्नान करते हैं। Read More
हिन्दू धर्म में माघ का महीना सबसे पवित्र महीना बताया जाता है। स्वर्ग लोक की इच्छा पूरी करने के लिए लोग माघ मास में तरह-तरह के उपाय करते हैं। साथ ही माघ के महीने में पवित्र नदी में स्नान करने को भी बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। साल 2020 में माघ मा ही ...