श्रम अधिनियम या श्रम कानून किसी राज्य द्वारा निर्मित उन कानूनों को कहते हैं जो श्रमिक (कार्मिकों), रोजगार प्रदाताओं, ट्रेड यूनियनों तथा सरकार के बीच सम्बन्धों को पारिभाषित करतीं हैं। श्रमिक समाज के विशिष्ट समूह होते हैं। इस कारण श्रमिकों के लिये बनाये गये विधान एक अलग श्रेणी में आते हैं। Read More
पोरबंदर के रानावव इलाके में स्थित एक सीमेंट फैक्ट्री में आज शाम निर्माणाधीन चिमनी में कुछ मजदूर गिर गए. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस ऊंची चिमनी में निर्माण के दौरान कम से कम चार मजदूरों के गिरने खबर है. घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय आलाअधिकारी औ ...
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने कंपनियों व वहां काम करने वाले श्रमिकों को ध्यान में रखकर नया श्रम कानून बनाया है। मिल रही जानकारी के मुताबिक, इस कानून का एक पक्ष यह है कि काम के घंटे पूरा होने के बाद यदि कोई कर्मचारी 15 मिनट भी काम करता है, तो कंपनी ...