कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस के 14 बागी विधायकों द्वारा इस्तीफा देने के बाद कुमारस्वामी सरकार पर खतरा मंडरा रहा है। बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस-जेडीएस सरकार विधानसभा में बहुमत खो चुकी है। विधानसभा स्पीकर ने 5 बागी विधायकों का इस्तीफा स्वीकार है जबकि 8 विधायकों के इस्तीफे की प्रक्रिया को अमान्य बताया है। इस मामले में अब सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। Read More
शुक्रवार को सदन को स्थगित करने से पहले स्पीकर ने यह स्पष्ट कर दिया कि सोमवार को विश्वास प्रस्ताव पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा और इसे अन्य किसी भी परिस्थिति में आगे नहीं बढ़ाया जाएगा। इस पर सरकार सहमत हो गई। कुमारस्वामी और कांग्रेस ने शुक्रवार को उच्चतम ...
भाजपा ने कहा कि कुमारस्वामी स्वयं विश्वास प्रस्ताव लेकर आए हैं लेकिन उसकी प्रक्रिया पूरी करने में देरी कर रहे हैं। पार्टी ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा है, ‘‘अगर आपको संविधान और राज्य की जनता में जरा सा भी विश्वास और उनके लिए सम्मान है तो आप इस्तीफा दें ...
अध्यक्ष ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा, ‘‘इससे मेरा या सदन का अपमान होगा।’’ उन्होंने इसपर भी जोर दिया कि विश्वास मत प्रक्रिया में और देरी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा जीवन सार्वजनिक है। जनता हमें देख रही है। अगर लोगों में यह विचार बन रह है ...
कर्नाटक में जल्द से जल्द शक्ति परीक्षण कराने की दो निर्दलीय विधायकों की याचिका पर तत्काल सुनवाई करने से उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को इनकार कर दिया। हालांकि शीर्ष अदालत ने कहा कि वह याचिका पर मंगलवार को विचार कर सकती है। ...
निर्दलीय विधायकों आर. शंकर और एच. नागेश की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने पीठ से कहा कि उन्होंने कर्नाटक मामले में ताजा याचिका दायर की है और मामले की तुरंत सुनवाई का अनुरोध कर रहे हैं। ...
कुमारस्वामी सरकार में जल संसाधन मंत्री डीके शिवकुमार ने रविवार को मीडिया से कहा- जेडीएस सरकार बचाने के लिए मुख्यमंत्री पद छोड़ने को तैयार है. उनका मानना है कि कर्नाटक में मुख्यमंत्री बदलने से सरकार बच जाती है तो तो ऐसा किया जाना चाहिए. जेडीएस ने कांग् ...
Karnataka Political Crisis:गठबंधन के विधायकों के इस्तीफों के बाद एच डी कुमारस्वामी नीत सरकार ने 19 जुलाई को बहुमत साबित करने के लिए राज्यपाल द्वारा दी गई दो समय-सीमाओं का पालन नहीं किया था। ...
मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने बहुमत साबित करने के लिए राज्यपाल द्वारा दी गई समयसीमा की शुक्रवार को दो बार अनदेखा किया और विश्वास प्रस्ताव पर मतदान के बिना ही कनार्टक विधानसभा सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई थी। ...