कर्नाटकः सियासी संकट के समय सीएम कुमारस्वामी के साथ खड़ी हुईं मायावती, कहा- मेरे विधायक देंगे समर्थन
By रामदीप मिश्रा | Published: July 21, 2019 08:36 PM2019-07-21T20:36:30+5:302019-07-21T20:36:30+5:30
Karnataka Political Crisis:गठबंधन के विधायकों के इस्तीफों के बाद एच डी कुमारस्वामी नीत सरकार ने 19 जुलाई को बहुमत साबित करने के लिए राज्यपाल द्वारा दी गई दो समय-सीमाओं का पालन नहीं किया था।
कर्नाटक में सियासी संकट लगातार जारी है, लेकिन संभावना जताई जा रही है कि यह संकट सोमवार को समाप्त हो सकता है। दरअसल, विधानसभा अध्यक्ष के. आर. रमेश कुमार ने शुक्रवार को स्पष्ट कर दिया था कि सोमवार को विश्वास प्रस्ताव पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा और इसे अन्य किसी भी परिस्थिति में आगे नहीं बढ़ाया जाएगा। इस पर सरकार सहमत हो गई थी। इसी को देखते हुए बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की मुखिया मायावती ने अपने विधायकों को निर्देश दिए हैं।
बीएसपी सुप्रीमो मायावती के ट्विटर हैंडल से रविवार शाम को ट्वीट किया गया, जिसमें लिखा गया, 'बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती जी ने कर्नाटक में अपने बीएसपी के विधायक को सीएम कुमार स्वामी की सरकार के समर्थन में वोट देने हेतु निर्देशित किया है।'
बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री मायावती जी ने कर्नाटक में अपने बी.एस.पी. के विधायक को सी.एम. श्री कुमार स्वामी की सरकार के समर्थन में वोट देने हेतु निर्देशित किया है।
— Mayawati (@Mayawati) July 21, 2019
इधर, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने भरोसा जताया है कि यह (सोमवार) कुमारस्वामी सरकार का आखिरी दिन होगा। बता दें, गठबंधन के विधायकों के इस्तीफों के बाद एच डी कुमारस्वामी नीत सरकार ने 19 जुलाई को बहुमत साबित करने के लिए राज्यपाल द्वारा दी गई दो समय-सीमाओं का पालन नहीं किया था।
मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी द्वारा लाये गए विश्वास प्रस्ताव पर गठबंधन सरकार के चर्चा खींचने की अब भी कोशिशें करने की खबरों और उच्चतम न्यायालय से कोई ना कोई राहत मिलने की उम्मीद के बीच कांगेस तथा जद(एस) बागी विधायकों का समर्थन वापस हासिल करने के लिए अब तक प्रयासरत हैं।
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष येदियुरप्पा पहले ही दावा कर चुके हैं कि कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के पास महज 98 विधायक हैं और वह बहुमत खो चुका है। जबकि भाजपा के पास 106 विधायक हैं और वह एक वैकल्पिक सरकार के गठन के लिए सहज स्थिति में है।
बता दें, करीब 16 विधायकों में से कांग्रेस के 13 और जेडीएस के तीन विधायकों ने इस्तीफा दिया है, जबकि दो निर्दलीय विधयकों ने भी गठबंधन सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया और वे अब बीजेपी का समर्थन कर रहे हैं।