ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया भारतीय राजनेता हैं। मोदी सरकार में नागर विमानन मंत्री हैं। इससे पहले वह 18 सालों तक में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता थे। ज्योतिरादित्य सिंधिया 15वीं लोकसभा के मंत्रिमंडल में वाणिज्य और उद्योग राज्यमंत्री भी रहे थे। उनका जन्म 1 जनवरी 1971 को हुआ था। इनका संबंध सिंधिया राजघराने से है। इनके पिता स्व. माधवराव सिंधिया भी गुना से कांग्रेस के विजयी उम्मीदवार रहे हैं। Read More
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ने से पहले राहुल गांधी से संपर्क कर उनसे मुलाकात का समय तय करने की अंतिम क्षण तक कई बार कोशिश की लेकिन वह कामयाब नहीं हो पाए. सिंधिया ने राहुल गांधी के 12 तुगलक रोड निवास पर तीन बार टेलीफोन किया. हालांकि सिंधिया ...
मध्य प्रदेश के सियासी तूफान के केंद्र में 49 वर्षीय ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं। वह ग्वालियर के तत्कालीन शाही परिवार से आते हैं और उनके परिवार के संबंध कांग्रेस और बीजेपी दोनों से रहे हैं। ...
एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि आने वाले समय में क्या गारंटी है कि शिवराज सिंह चौहान, नरेंद्र सिंह तोमर और कैलाश विजयवर्गीय की तरह ही ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल नहीं होंगे. केंद्रीय नेतृत्व को यहां पर सरकार परिवर्तन के साथ ही ...
ट्विटर पर शेयर की गई तस्वीर में राहुल गांधी, ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ एक साथ हैं। राहुल गांधी ने दिसंबर में क्लिक की गई तस्वीर को रीट्वीट किया है। ...
18 साल तक कांग्रेस में रहने के बाद ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया ने 11 मार्च को बीजेपी का दामन थाम लिया। सिंधिया के कांग्रेस से इस्तीफे के बाद मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार मुश्किल में आ गई है क्योंकि सिंधिया खेमे के 22 विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया। ...
राहुल गांधी का रुख यह है कि वह कांग्रेस अध्यक्ष नहीं हैं और पार्टी मामलों में तब तक हस्तक्षेप नहीं करेंगे जब तक उनसे विशेष रूप से नहीं पूछा जाए. सोनिया गांधी ने मध्यप्रदेश में दो गुटों के बीच शांति बहाल करने के लिए मध्यस्थता की कोशिश भी की लेकिन इसका ...
ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस के शासन में दूरसंचार और वाणिज्य के साथ ही ऊर्जा मंत्रालय का कार्यभार देख चुके हैं. उनकी खासियत यह है कि वह न केवल वाणिज्यिक क्षेत्र के जानकार हैं बल्कि स्वयं भी व्यक्तिगत ऊर्जा से भरपूर हैं. ...
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आपस में विलय करने में लगे सरकारी क्षेत्र के बैंकों के प्रमुखों के साथ आज मुलाकात करेंगी। कुछ अलग-अलग समूहों में इन बैंकों का एक अप्रैल से विलय होने जा रहा है। ...