भारतीय सशस्त्र बल का सबसे बड़ा अंग भारतीय सेना है। वायु सेना, थल सेना और जल सेना भारतीय सेना की तीन प्रमुख अंग हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा, राष्ट्र को बाहरी आक्रमण व आंतरिक खतरों से बचाना और अपनी सीमाओं पर शांति और सुरक्षा को बनाए रखना ही भारतीय सेना का उद्देश्य है। Read More
लद्दाख सेक्टर में चीन सीमा पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच एक बार फिर खूरेंजी झड़पें हुई हैं। दोनों पक्षों के सैनिक घायल भी हुए हैं। यह झड़पें तब हुईं जब चीनी सैनिकों ने पैंगांग झील के दक्षिणी किनारे पर भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की और भारतीय जवानों ...
भारत चीन सीमा विवाद के बीच चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ जनरल बिपिन रावत के एक बयान ने कड़ा संदेश दिया है। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक जनरल रावत ने कहा है कि चीन के साथ अगर बातचीत फेल होती है तो सैन्य कार्रवाई के बारे में सोचा जा सकता है। लद्दाख मे ...
आज से 21 साल पहले पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को चौथी बार युद्ध के मैदान में धूल चटाते हुए भारतीय सेना ने विजय हासिल की थी, जिसे आज पूरा देश करगिल विजय दिवस के रूप में मना रहा है। जम्मू-कश्मीर के करगिल जिले में स्थित पहाड़ी इलाके में मई 1999 में पाकिस्तान ...
गलवान घाटी में चीनी सैनिकों को मात देने वाले भारतीय जवानों का सीना उस समय चौड़ा हुआ जब उन्होंने सेनाध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवाणे को अपने बीच पाया। सेनाध्यक्ष के मुंह से तारीफ के बोल सुन घायल जवान जल्द से ठीक होकर एक बार फिर मोर्चे पर जा डटने को उता ...
भारत और चीन के सैनिकों में 15 जून को हुई खूनी झड़प के बाद एलएसी पर तनाव व्याप्त है। इस बीच भारत 3488 किमी लंबी एलएसी की निगरानी के लिए इजरायली ड्रोन की मदद ले रहा है। साथ ही सेना की मदद के लिए इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) की और अधिक बटालियन की ...
भारत और चीनी सैनिकों को बीच गलवान घाटी में हुई खूनी झड़प के बाद आज यानी 23 जून को सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे लेह का दौरा करेंगे। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक इस दौरान सेना प्रमुख 14वीं कोर के सैन्य अफसरों के साथ हालात का जायजा लेंगे और ग्राउंड प ...
चीन के साथ लगती एलएसी पर तैनात सशस्त्र बलों को चीन के किसी भी आक्रामक बर्ताव का मुंहतोड़ जवाब देने की पूरी आजादी दी गई है। लद्दाख के हालात पर शीर्ष सैन्य अधिकारियों की बैठक के बाद बाद रक्षा सूत्रों ने यह जानकारी दी। बताया जा रहा है कि सरकार ने एलएसी ...
पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बढ़ते तनाव के बीच केंद्र की मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। मिल रही खबर के मुताबिक नरेंद्र मोदी सरकार ने तीनों सेनाओं को उनकी जरूरत के मुताबिक 500 करोड़ रुपये तक के घातक हथियारों और गोला बारूद को खरीदने की छूट दी ह ...