रंगों का पर्व होली वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला प्रसिद्ध भारतीय त्योहार है। हिन्दू पंचांग के अनुसार यह पर्व फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। भारत की बात करें तो उत्तर भारत में इस त्योहार को धूमधाम से मनाया जाता है। मथुरा-वृन्दावन की होली सबसे अधिक प्रसिद्ध है। रंगों के अलावा भारत में होली स्वादिष्ट व्यंजन-पकवान बनाने का भी दिन है। रंग वाली होली से एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है जिसका हिन्दू पुराण में अत्यधिक महत्व है। Read More
फाल्गुन मास की पूर्णिमा को होलिका दहन किया जाता है और उसके अगले दिन होली का पर्व फूलों, रंग और गुलाल के साथ खेलकर मनाया जाता है. रंगों का जीवन से गहरा संबंध होता है. ...
रंगों के त्यौहार होली का का सभी बेसब्री से इंतज़ार कर रहे है. हर बार की तरह इस होली के लिए भी भोजपुरी सिनेमा ने खास तैयारी कर रखी है. ऐसे में भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव होली के लिए एक के बाद एक हिट भोजपुरी सॉन्ग लेकर आ रहे ह ...
हिंदू मान्यताओं में ग्रहों के राशि परिवर्तन का बहुत महत्व है। मान्यता है कि इसका व्यापक असर सभी राशियों वाले जातकों पर पड़ता है। शुक्र का भी राशि परिवर्तन 28 फरवरी की देर रात होने जा रहा है। शुक्र को कला, वैभव, सौंदर्य, एश्वर्य और काम वासना का कारक क ...
दिवाली के बाद होली हिंदुओं का सबसे प्रमुख त्योहार है। रंगों के इस पावन त्योहार को बड़े ही धूम धाम के साथ मनाया जाता है। इस बार रंगों वाली होली 10 मार्च को खेली जायेगी और होलिका दहन 9 मार्च को होगा. होलिका दहन में पूजा करने का विशेष महत्व होता है. इस ...
9 मार्च शाम 06 बजकर 22 मिनट से 8 बजकर 49 मिनट तक होलिका दहन किया जा सकता है। होलिका दहन होने के बाद होलिका में जिन वस्तुओं की आहुति दी जाती है, उनमें कच्चे आम, नारियल, भुट्टे या सप्तधान्य, चीनी के बने खिलौने, नई फसल का कुछ भाग है। सप्तधान्य हैं गेहूं ...
देशभर में हर साल लठमार होली फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की नवमी के दिन खेली जाती है। इस दिन खासकर मधुरा में बड़ी धूम रहती है। इस दिन महिलाएं पुरुषों को लठ यानी डंडे से पीटती हैं लेकिन वे प्यार से पिटाई करती हैं ताकि कोई चोट न लगे। डंडों से बचाव के लिए ...
Holi 2020: होलिका दहन का उत्सव फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस बार यह 09 मार्च को मनाया जाएगा। हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक होलिका दहन को छोटी होली के नाम से भी जाना जाता है। सूर्यास्त के बाद प्रदोष काल शुरू होने पर होलिका दहन किया जा ...
होली से पहले अगर आप शुभ कार्य आदि की योजना बना रहे हैं तो यह महीना बहुत महत्वपूर्ण है। इस महीने में इन शुभ कार्यों को जरूर निपटा लें। दरअसल, मार्च के पहले ही हफ्ते में होलाष्टक की भी शुरुआत हो रही है। होली से पहले ये आठ दिनों का समय अशुभ माना गया है। ...