रंगों का पर्व होली वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला प्रसिद्ध भारतीय त्योहार है। हिन्दू पंचांग के अनुसार यह पर्व फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। भारत की बात करें तो उत्तर भारत में इस त्योहार को धूमधाम से मनाया जाता है। मथुरा-वृन्दावन की होली सबसे अधिक प्रसिद्ध है। रंगों के अलावा भारत में होली स्वादिष्ट व्यंजन-पकवान बनाने का भी दिन है। रंग वाली होली से एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है जिसका हिन्दू पुराण में अत्यधिक महत्व है। Read More
मथुरा में लट्ठमार होली से एक दिन पहले आज से बरसाने में जमकर खेली गई लड्डू होली। इसके लिए देश-विदेश से तमाम श्रद्धालु बरसाना की गलियों में कान्हा-नंदलाल की स्मरण करते हुए लड्डू होली खेलते नजर आये। ...
हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार किसी भी नवविवाहिता को होलिका की अग्नि नहीं देखनी चाहिए। माना जाता है ऐसा न करने से सौभाग्य की कमी आती है और दाम्पत्य जीवन में क्लैश, दुख भर जाता है और सारी खुशिया होलिका की अग्नि में भस्म हो जाती है। ...
रंगों में मौजूद केमिकल्स त्वचा को काफी नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे वह बेजान और रूखी नजर आती है। साथ ही धूप में होली खेलने से स्किन टैन और सनबर्न हो सकता है। ...
बरसाना में जहां फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाएगा और नंदगांव में 1 मार्च 2023 यानी फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी को मनाई जाएगी। 28 फरवरी को पुरुष बरसाने में जाते है जबकि 1 मार्च को महिलाएं नंदगांव में आएगी और त्योहार मनाएंगी। ...
Holi 2023: अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जे एस गंगवार के अनुसार, वैसे गाने जो सुनने में ‘‘शालीन प्रतीत नहीं’’ होते हैं, उन्हें अश्लील माना जाएगा और उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। ...