Holi 2023: कब है होलिका दहन और रंगभरी एकादशी? यहां जानें बरसाने की लठ्ठमार होली से लेकर रंगपंचमी का पूरा कैलेंडर
By अंजली चौहान | Published: February 24, 2023 04:58 PM2023-02-24T16:58:40+5:302023-02-27T14:05:16+5:30
बरसाना में जहां फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाएगा और नंदगांव में 1 मार्च 2023 यानी फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी को मनाई जाएगी। 28 फरवरी को पुरुष बरसाने में जाते है जबकि 1 मार्च को महिलाएं नंदगांव में आएगी और त्योहार मनाएंगी।
नई दिल्ली: अब बस कुछ ही दिनों में रंगों का त्योहारहोली आने वाला है। हिंदुस्तान में होली पूरे देश में बड़े ही धूम-धाम से मनाई जाती है। लोगों को बेसब्री से होली का इंतजार है। पूरे देश में अलग-अलग तरह की होली मनाई जाती है और इसके लिए अन्य-अन्य तारीखे पंचांग में दी गई है।
हालांकि, बहुत लोगों को होली के कैलेंडर के बारे में नहीं पता, लोग अभी भी कन्फ्यूजन हैं कि कब रंग वाली, लठ्ठ और अन्य तरह की होलियां खेली जाएंगी, तो आइए आपके इस सवाल का जवाब देते हैं हम। हमारे इस लेख के जरिए जानिए कब है होलिका दहन, रंग पंचमी और लठ्ठ मार होली...
यहां पढ़े होली का कैलेंडर
होलिका दहन- हिंदू पंचाग के हिसाब से होली के आठ दिन पहले होलाष्टक शुरू हो जाता है। इस दौरान किसी भी तरह से शुभ कार्यों को करना वर्जित माना जाता है। होलाष्टक की शुरूआत 27 फरवरी 2023 से शुरू होकर 7 मार्च 2023 को खत्म होगी और 7 मार्च को होलाष्टक खत्म होने के साथ ही होलिका दहन किया जाएगा। होलिका दहन के लिए 7 फरवरी को शाम 6 बजकर 24 मिनट से रात 8 बजकर 51 मिनट का समय शुभ माना गया है।
लड्डू की होली- हिंदू धर्म में भगवान कृष्ण के द्वारा खेली जाने वाली होली बहुत प्रचलित है और इसे देखने के लिए देश-विदेश से लोग कृष्ण जन्मभूमि मथुरा पहुंचते हैं। मथुरा में कई दिनों तक अलग-अलग तरह की होली खेली जाती है। इसी में से एक है लड्डू की होली। लड्डू की होली 27 फरवरी 2023 को खेली जानी है।
लड्डू की होली लोगों के बीच प्यार की मिठास घोलती है। इस दिन लोग एक-दूसरे को रंग नहीं बल्कि लड्डू फेंकते हैं। मान्यता के अनुसार, द्वापर युग में गोपियों और अन्य लोगों ने लड्डुओं की होली खेली थी और तभी से इसे हर हिंदू द्वारा खेला जाता है।
लठ्ठमार होली- लड्डू होली के एक दिन बाद ही लठ्ठमार होली बरसाने में खेली जाती है। इस बार लठ्ठमार होली 28 फरवरी 2023 को खेली जानी है। परंपरा के अनुसार बरसाने और नंदगांव के लोग मिलकर इस होली को खेलते हैं। इस दौरान पुरुषों पर महिलाएं लाठी से वार करती हैं और पुरुष इससे बचते हैं। बरसाना में जहां फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाएगा और नंदगांव में 1 मार्च 2023 यानी फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी को मनाई जाएगी। 28 फरवरी को पुरुष बरसाने में जाते है जबकि 1 मार्च को महिलाएं नंदगांव में आएगी और त्योहार मनाएंगी।
रंगभरी एकादशी- हिंदू पंचांग के मुताबिक, फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष 3 मार्च 2023 को रंगभरी एकादशी मनाई जाएगी। मान्यता के अनुसार, इस दिन भगवान शंकर और माता पार्वती का गौना कराकर पहली बार काशी आए थे, तब उनका स्वागत रंग और गुलाल से काशी में किया गया था। तब से मान्यता के अनुसार, सभी लोग रंग-गुलाल से इस दिन होली खेलते हैं।
भस्म होली- देश-विदेश में चिता की राख से खेली जाने वाली भस्म होली काफी प्रचलित है। इस साल भस्म होली 4 मार्च 2023 को मनाई जाएगी। रंगभरी एकादशी के एक दिन बाद 4 फरवरी को महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर चिता की राख से होली खेली जाएगी। वर्षों से ये परंपरा पूरे जोश और उल्लास से काशी में मनाई जा रही है।
छड़ीमार होली- एक ओर जहां काशी में 4 फरवरी को भस्म होली खेली जाएगी, वहीं गोकुल में छड़ीमार होली खेली जाएगी। छड़ीमार होली भगवान कृष्ण के बचपन से जुड़ी है। इस दिन महिलाएं हाथों में लाठी नहीं छड़ी लेती है और होली खेलती है। पंचाग के हिसाब से फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को गोकुल में छड़ीमार होली खेली जाएगी।
रंगवाली होली- 7 फरवरी को होलिका दहन के बाद अगले दिन 8 फरवरी 2023 को पूरे देश में धूम-धाम से रंगों वाली होली खेली जाएगी। पूरा भारत रंगों के जश्न में डूब जाएगा। लोग अपनों के साथ होली के त्योहार को धूमधाम से मनाएंगे।
रंग पंचमी- चैत्र मास की पंचमी तिथि को रंग पंचमी कहा जाता है। इस साल 12 मार्च 2023 को रंग पंचमी मनाई जाएगी। इस दिन को देव पंचमी भी कहा जाता है। इस दिन लोग देवताओं की मूर्तियों को रंग लगाते हैं और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य सूचना पर आधारित है, Lokmat Hindi इसकी पुष्टि नहीं करता है। कृपया किसी भी जानकारी पर अमल करने से पहले किसी विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)